नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता और पीएमएल-एन के अध्यक्ष शाहबाज शरीफ ने इमरान सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने डॉलर की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी को राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के लिए 'विनाशकारी' और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए 'खतरनाक' करार दिया है. पीएमएल-एन के अध्यक्ष ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि डॉलर के मूल्य और मुद्रास्फीति में वृद्धि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ गुप्त समझौते का परिणाम हो सकती है. उन्होंने कहा कि डॉलर की दर में वृद्धि लोगों को गरीब बना रही है लेकिन सरकार को उनकी दुर्दशा की परवाह नहीं है.
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शाहबाज ने कहा, इतिहास गवाह है कि डॉलर की कीमतों में किसी भी तरह की वृद्धि ने हमेशा देश में मुद्रास्फीति को बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि इमरान सरकार डॉलर की कीमतों में बढ़ोतरी के मामले में चुप्पी बनाए हुए हैं जिस तरह सरकार महंगाई को लेकर चुप्पी साधे हुए है. उन्होंने सरकार से आईएमएफ के साथ बातचीत और समझौते के परिणाम को लेकर संसद को सूचित करने को कहा है. शाहबाज ने इमरान सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, संसद से आईएमएफ के साथ सहमत नियमों और शर्तों को छिपाने में कुछ गड़बड़ है. उन्होंने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी के मामले में आईएमएफ द्वारा रखी गई शर्तों को मानने की कीमत जनता चुका रही है. शरीफ ने कहा, डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत लगातार तेजी से गिर रही है. आईएमएफ के फैसले में देरी और अनिश्चितता के चलते इंटर-बैंक मार्केट में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 174.43 रुपये के नए सर्वकालिक निचले स्तर को छू गया है. मौजूदा समय में डॉलर की कीमत खुले बाजार में 175.5 रुपये है.
महंगाई को लेकर लगातार हो रहे प्रदर्शन
पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई से आम लोग पिछले कई दिनों परेशान चल रहे हैं. बढ़ती महंगाई को लेकर विपक्ष इमरान सरकार पूरी तरह हमलावार है. देश में बढ़ती महंगाई को लेकर सरकार पर दबाव बनाने के लिए विपक्षी दल पाकिस्तान के विभिन्न शहरों में सड़कों पर उतर आए हैं.
HIGHLIGHTS
- कहा-डॉलर की बढ़ती कीमत राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरनाक
- डॉलर के मूल्य में वृद्धि आईएमएफ के साथ गुप्त समझौते का परिणाम
- शरीफ ने कहा, आईएमएफ के साथ बातचीत को संसद से अवगत कराएं
Source : News Nation Bureau