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यूक्रेन: फ्रांस, जर्मनी, इटली के नेता पहुंचे कीव, रूस बोला-'यूजलेस'

जर्मनी के चांसलर ओलफ स्कॉल्ज (German Chancellor Olaf Scholz), फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों (French President Emmanuel Macron) और इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी (Italian Prime Minister Mario Draghi) यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे.

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Shravan Shukla
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French  German and Italian leaders make Kyiv

French, German and Italian leaders make Kyiv visit( Photo Credit : Twitter/Alexander Kamyshin)

यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच यूरोपीय देशों के नेताओं ने कीव (Kyiv) का दौरा किया. कीव यूक्रेन की राजधानी है और कुछ समय पहले रूस के भयंकर आक्रमण का शिकार बनी थी. पश्चिमी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जर्मनी के चांसलर ओलफ स्कॉल्ज (German Chancellor Olaf Scholz), फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों (French President Emmanuel Macron) और इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी (Italian Prime Minister Mario Draghi) यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे. फ्रांस के राष्ट्रपति कार्यालय ने भी इस यात्रा की पुष्टि की है. इस मौके पर इन नेताओं ने यूक्रेन वासियों से रूस के खिलाफ लड़ाई जारी रखने पर जोर दिया, साथ ही कहा कि यूक्रेन को जरूरत का हर हथियार मुहैया कराया जाएगा. हालांकि रूस ने उनकी टिप्पणियों को ये कहते हुए खारिज कर दिया कि जैसे पश्चिमी देशों के हथियार 'यूजलेस' हैं, वैसे ही उनके ये बयान भी. 

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यूक्रेन के राष्ट्रपति के साथ की बातचीत

यूरोप के तीनों शीर्ष नेताओं ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की के साथ मुलाकात की. इन नेताओं ने यूक्रेन को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया. जर्मनी के चांसलर ओलफ स्कॉल्ज (German Chancellor Olaf Scholz), फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों (French President Emmanuel Macron) और इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी (Italian Prime Minister Mario Draghi) का दौरा ऐसे समय पर हो रहा था, जब उनका कुछ समय पहले ही यूक्रेन में तीखा विरोध हो रहा था. दरअसल, जर्मनी पर रूस के साथ पुराने संबंधों को आधार पर बनाकर यूक्रेन की मदद न करने के आरोप लग रहे थे, जबकि फ्रांस खुद को रूस-यूक्रेन के बीच वार्ताकार की भूमिका तक ही रख रहा था, जिससे यूक्रेनी लोगों को लगता है कि इस बात से रूस का मनोबल बढ़ा. वहीं, इटली के प्रधानमंत्री को हाल ही में सत्ता मिली है. वो घरेलू मोर्चे पर ही जूझ रहे थे.

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रूस ने दी तीखी प्रतिक्रिया

इन तीनों नेताओं के दौरे पर रूस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. रूस ने कहा कि इन नेताओं के दौरे वैसे ही यूजलेस यानी कि बेकार हैं, जैसे उनके दिये हथियार. बता दें कि रूस से लड़ने के लिए अधिकांश यूरोपीय देश खासकर नेटो में शामिल देश लगातार यूक्रेन को हथियारों, नकदी की मदद दे रहे हैं. खुद अमेरिका लगातार यूक्रेन को मदद भेज रहा है. इसके दम पर यूक्रेन को कुछ इलाकों में सफलता भी मिली है. लेकिन अब भी पूरे युद्ध में रूस का पलड़ा ही भारी दिख रहा है.

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HIGHLIGHTS

  • यूक्रेन दौरे पर शीर्ष यूरोपीय नेता
  • इटली, जर्मनी, फ्रांस के शीर्ष नेताओं ने किया कीव का दौरा
  • रूस ने पश्चिमी देशों को जमकर सुनाई खरी-खोटी
फ्रांस Mario Draghi Emmanuel Macron यूक्रेन इटली
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