फ्रांस के प्रधानमंत्री एडवर्ड फिलिप ने कहा है कि फ्रांस में सेवानिवृति की आयु 62 वर्ष बनी रहेगी, लेकिन कर्मचारियों को पूरी पेंशन पाने के लिए 64 वर्ष की उम्र तक काम करना होगा. फिलिप ने बुधवार को अपने एक संबोधन में उन्होंने कहा कि पेंशन योजना में बदलावों को टाल जाएगा. नयी पेंशन व्यवस्था 1975 के बाद पैदा हुए लोगों पर लागू होगी. यह योजना वर्ष 2022 में श्रम बाजार में प्रवेश करने वाले नए श्रमिकों पर लागू होगी.
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साल 2022 राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के वर्तमान कार्यकाल का अंतिम वर्ष है. यह घोषणा फ्रांस में पेंशन सुधारों की मांग को लेकर हो रही परिवहन हड़ताल के सातवें दिन की गई है. इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल में हज़ारों की संख्या में गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने फ्रांस के शहरों में मार्च निकाला था.
फ्रांसीसी प्रधानमंत्री से पेंशन सुधारों के प्रस्तावों को स्वीकार करने की उम्मीद की जा रही है जिससे देश में उठा तनाव शांत हो सके. बुधवार को लगभग 460 किमी के क्षेत्र में ट्रैफिक जाम देखा गया. शहर की दोनों मेट्रो लाइनों को बंद कर दिया गया था. असुविधाओं के बावजूद बड़ी संख्या में यात्रियों ने हड़ताल का समर्थन किया. उन्हें डर है कि राष्ट्रपति मैक्रों की योजनाओं के बाद उनकी पेंशन कम हो सकती है.
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फ्रांसीसी मीडिया के अनुसार इन सुधारों के क्रियान्वयन में हो रही देरी को देखते हुए प्रधानमंत्री एडवर्ड फिलिप से इनमें रियायत करने वाले कुछ प्रस्तावों की उम्मीद की जा रही है. नयी व्यवस्था राष्ट्रीय पेंशन योजना की जगह लेगी. इसके तहत लोगों को डर है कि उन्हें कम पेंशन पर ही लंबी अवधि तक काम करना होगा. सरकार का कहना है कि वह सेवानिवृत्ति की आयु 62 वर्ष से अधिक नहीं बढ़ाएगी.
Source : Bhasha