भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को लग रहा है कि उसकी तबियत फिर बिगड़ गई है. इसके साथ ही उसे यह डर भी सता रहा है कि उसका दोबारा से अपहरण हो सकता है. अपहरण के बाद उसे एंटीगुआ से गुयाना ले जाने की कोशिश की जा सकती है. गौरतल है कि 13,500 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक से धोखाधड़ी मामले में आरोपी भगोड़ा मेहुल चोकसी इस वक्त एंटीगुआ में मौजूद है. भारत की जांच एजेंसियां मेहुल चोकसी को वापस देश लाने की कोशिश लगातार कर रही हैं. इसके बाद उसके खिलाफ मुकदमे की कार्रवाई को आगे बढ़ाया जा सकेगा.
गौरतलब है कि इसी साल जुलाई में मेहुल चोकसी अपनी खराब तबियत का हवाला देकर बच गया था. डोमिनिका की अदालत ने उसे जमानत देकर डोमिनिका से एंटीगुआ वापस जाने की इजाजत दे दी थी. दरअसल भारतीय जांच एजेंसियों ने मेहुल चोकसी को भारत वापस लाने के लिए कोर्ट में याचिका दायर की थी. मेहुल चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने बताया था कि चोकसी को मेडिकल आधार पर जमानत मिल गई थी. कोर्ट ने मेहुल चोकसी को जमानत के तौर पर 10 हजार कैरिबियाई डॉलर यानी करीब 2 लाख 75 हजार रुपये जमा करने का आदेश दिए थे.
बैरिस्टर माइकल पोलक ने बताया था कि मेहुल चोकसी कुछ हफ्तों से बहुत कठिन दौर से गुजर रहा था. अदालत की तरफ से कहा गया गया कि मेडिकल आधार पर राहत मिलना जरूरी था, जिससे वह अपना इलाज करा सकता है और अपने परिवार की मदद कर सकता है. इससे पहले मेहुल चोकसी के परिवार और वकीलों ने आरोप लगाया था कि चोकसी को एंटीगुआ के जॉली हार्बर इलाके से भारतीय एजेंसियों के लोगों ने अपहृत कर लिया था और फिर 23 मई को उसे जबरन डोमिनिका ले जाया गया था.
HIGHLIGHTS
- भारत लगातार कर रहा है प्रत्यर्पण की कोशिश
- एंटीगुआ में है भगोड़ा हीरा कारोबारी चोकसी
- भारतीय एजेंटों पर लगाया था अपहरण का आरोप