पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) शनिवार 30 अक्टूबर को इटली के रोम में G-20 समिट में हिस्सा लिया. इस दौरान पीएम मोदी का अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) से बड़े गर्मजोशी के साथ मुलाकात हुई. इसके साथ ही पीएम मोदी ने वैटिकन में पोप फ्रांसिस (Pope Francis) से मुलाकात कर उनको भारत (India) आने का न्योता दिया. आपको बता दें कि पीएम मोदी के न्योते को उन्होंने स्वीकार कर लिया. अब पोप भारत का दौरा करेंगे. वहीं दूसरी ओर पीएम मोदी ने G-20 के सत्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कोरोना महामारी Corona Pandemic)के खिलाफ भारत की लड़ाई का जिक्र किया. पीएम मोदी ने महामारी से जंग को लेकर मंत्र देते हुए कहा कि वन अर्थ-वन हेल्थ (One Earth-One Health) से जीत हासिल होगी.
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आपको बता दें कि पीएम मोदी की बैठक को लेकर जानकारी देते हुए विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला (Harsh Vardhan Shringla) ने बताया कि पीएम मोदी ने G-20 देशों को भारत के आर्थिक सुधार और सप्लाई चेन डायवर्सिफिकेशन में अपना भागीदार बनाने के लिए आमंत्रित किया. उन्होंने इस तथ्य को भी सामने रखा कि महामारी की चुनौतियों के बावजूद, भारत विश्वसनीय सप्लाई चेन के संदर्भ में एक विश्वसनीय भागीदार बना रहा. विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने आगे बताया कि पहले सत्र में पीएम ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ने में भारत के योगदान पर जानकारी दी. उन्होंने 150 से अधिक देशों को भारत की मेडिकल सप्लाई का जिक्र किया और वन अर्थ, वन हेल्थ के हमारे दृष्टिकोण के बारे में बात की जो अनिवार्य रूप से कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में सहयोगात्मक दृष्टिकोण है.
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उन्होंने बताया कि 'बैठक में वैश्विक ऊर्जा संकट का मुद्दा उठाया गया. हालांकि, जी-20 की पहली बैठक स्वास्थ्य मुद्दों पर केंद्रित थी. इसके साथ ही विदेश सचिव ने यह भी जानकारी दी कि पीएम मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा कल रोम में सप्लाई चेन रेसिलिएंस' पर आयोजित एक कार्यक्रम समेत कई अन्य बैठकों में हिस्सा लेंगे. विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने इस बात की भी जानकारी दी कि पोप फ्रांसिस ने पीएम मोदी के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है और हम उनके भारत के दौरे की ओर देख रहे हैं. पीएम मोदी और पोप फ्रांसिस के बीच यह बैठक 20 मिनटों तक ही प्रस्तावित थी, लेकिन तकरीबन एक घंटे तक चली.