प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी G-20 समिट में हिस्सा लेने के लिए जापान के ओसाका पहुंचए हैं. पीएम मोदी (PM Modi) 27 से 29 जून तक जी-20 समिट (G20 Summit) में भाग लेंगे. ओसाका में उनकी कई देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से भी मुलाकात होगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम मोदी इस सम्मेलन में 10 द्विपक्षीय बैठक करेंगे. इनमें वह जापान, फ्रांस, अमेरिका, तुर्की और इंडोनेशि या जैसे देशों के साथ बातचीत करेंगे.
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इसके अलावा BRICS (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) और RIC (रूस, भारत और चीन) देशों की आपसी वार्ता भी इस सम्मेलन में होगी. पीएम मोदी इस दौरान G20 समिट के सदस्य देशों के साथ भी मुलाकात कर सकते हैं.
ये 20 देश हैं G-20 सम्मेलन में शामिल
बता दें G20 सम्मेलन में अर्जेंटीना, कनाडा, चीन, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन और अमेरिका.
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पीएम मोदी ने जापान के लिए रवाना होने से पहले कहा था कि कि मैं अन्य वैश्विक नेताओं के साथ हमारी दुनिया के सामने मौजूद प्रमुख चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा करने के लिए उत्सुक हूं. महिला सशक्तीकरण, डिजिटलाइजेशन और जलवायु परिवर्तन जैसी प्रमुख वैश्विक चुनौतियों का समाधान हमारी इस बैठक का मुख्य मुद्दा होगा.
यह छठी बार होगा जब पीएम मोदी 27-29 जून को होने वाले जी-20 समिट में हिस्सा लेंगे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार (Raveesh Kumar) ने बताया था कि पीएम की द्विपक्षीय बैठकें भी होंगी. वह कुछ बहुपक्षीय बैठकों में भी भाग लेंगे. सुरेश प्रभु (Suresh Prabhu) जापान (Japan) के ओसाका (Osaka) में जी-20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी के शेरपा होंगे.
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पिछले वर्ष अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में जी20 शिखर सम्मेलन से इतर भी भारत का दबदबा था. यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जय (J A I- जापान, अमेरिका, इंडिया) का नारा दिया था. उनके मुताबिक जय का मतलब है सफलता. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह मंत्र अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में दिया था. मौका था जापान-अमेरिका और भारत की पहली बार हुई त्रिपक्षीय मुलाकात का.