जी-7 शिखर सम्मेलन के आधिकारिक रूप से रविवार को शुरू होने के साथ सभी नेताओं ने गोलमेज चर्चा में भाग लिया. इसमें यह सामने आया कि फ्रांस के राष्ट्रपति एमानुएल मैक्रों को ईरान से परमाणु समझौते को लेकर वार्ता का नेतृत्व करने का कार्य सौंपा गया. समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के मुताबिक, फ्रांस, इटली, जर्मनी, ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, जापान व यूरोपीय संघ (ईयू) के प्रमुखों ने शिखर सम्मेलन की शुरुआत अपनी बैठक के चित्र और ट्वीट 'यह कार्रवाई करने का समय है' से की.
यह भी पढ़ेंःनाबालिग बेटी से पिता ने किया दुष्कर्म, गर्भवती हुई तो पूरे परिवार ने छोड़ा गांव, फिर...
मैक्रों को वार्ता आयोजित करने व ईरान को संदेश देने का कार्य सौंपा गया है. फ्रांस के कूटनीतिक सूत्रों के अनुसार, इन चर्चाओं का मकसद ईरान को परमाणु हथियार समझौते से हटने से रोकना और क्षेत्र में तनाव को कम करना होगा. बता दें कि फ्रांस में जी-7 शिखर सम्मेलन (G7 Summit) में शामिल होने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी रविवार को एअर इंडिया के विमान से बहरीन से बिआरिट्ज पहुंच गए हैं.
यह भी पढ़ेंःG7 Summit में शामिल होने के लिए बहरीन से फ्रांस पहुंचे पीएम मोदी, डोनाल्ड ट्रंप से करेंगे मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले यहां पर ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन से मुलाकात करेंगे. दोनों नेताओं के बीच भारत-पाकिस्तान संबंधों पर चर्चा हो सकती है. इससे पहले पीएम ने फोन पर ब्रिटिश पीएम से बात की थी. सोमवार को पीएम मोदी राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात करेंगे. दोनों नेताओं के बीच कश्मीर मुद्दे पर विस्तृत चर्चा होगी.