यूक्रेन संकट का असर अब दूसरे देशों पर भी पड़ने लगा है. अमेरिका, ब्रिटेन और तुर्की सरीखे देशों ने जहां यूक्रेन को सैन्य साज-ओ-सामान उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है. वहीं रूस ने यूक्रेन सीमा पर अपने लाखों जवान तैनात कर दिए हैं. साथ ही मित्र पड़ोसी देश बेलारूस के आसमान से अपने लड़ाकू विमानों को उड़ा दबाव बना रहा है. एक लिहाज से देखें तो यूरोप और मध्य एशिया के तमाम देश रूस-यूक्रेन के खिलाफ अपने-अपने लिहाज से एकजुटता प्रदर्शित कर रहे हैं. ऐसे में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तारीफ करना जर्मनी के नौसेना प्रमुख को भारी पड़ गया. इस हद तक कि उन्हें भारी दबाव के बीच अपने पद से इस्तीफा दे सफाई देनी पड़ी.
नई दिल्ली के एक कार्यक्रम में दिया बयान
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार को नई दिल्ली में एक थिंक टैंक का कार्यक्रम था. इसमें जर्मनी की नौसेना प्रमुख के अचिम शॉनबैक भी मौजूद थे. तमाम मसलों पर हो रही बातचीत के बीच अचिम ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तारीफ कर दी. उनका यह वीडियो देखते ही देखते वायरल हो गया. इस पर आईं तीखी प्रतिक्रिया का असर यह रहा कि शनिवार देर रात को अचिम को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ गया. यही नहीं, उन्हें एक वक्तव्य जारी कर सफाई देनी पड़ी, जिसमें उन्होंने कहा कि गलतफहमी की वजह से ऐसा हुआ. मेरा आशय अपनी सरकार या देश के रुख से अलग नहीं है. शॉनबैक ने यूक्रेन संकट के बीच राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ संबंध बनाने का अनुरोध किया था.
तारीफ में जर्मनी के स्टैंड के उलट बोल गए अचिम
बताते हैं कि नई दिल्ली में हुए कार्यक्रम में जर्मनी के नौसेना प्रमुख ने रूस का राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तारीफ करते हुए कहा था कि रूस सम्मान का हकदार है. इसके साथ उन्होंने कहा था कि कीव कभी भी मास्को से क्रीमिया को वापस नहीं ले पाएगा. हालांकि इस बयान के बाद उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने तुरंत माफी मांगते हुए अपनी टिप्पणी को वापस ले लिया था. इसके बाद शनिवार देर रात उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. बताते हैं कि उनका बयान वायरल होने पर जर्मनी के रक्षा मंत्री क्रिस्टीन लैंब्रेच ने भी अचिम शॉनबैक से इस्तीफा देने की मांग की थी.
HIGHLIGHTS
- नई दिल्ली में एक थिंक टैंक के कार्यक्रम में दिया था बयान
- रूस को सम्मान का हकदार बता की थी पुतिन की तारीफ
- रक्षा मंत्री समेत अन्य का दबाव देख दे दिया इस्तीफा