हर साल की तरह इस साल भी 15 जून को वैश्विक पवन दिवस (Global Wind Day 2021:) मनाया जा रहा है. इस खास दिन को world wind day या ग्लोबल विंड डे के नाम से भी जाना जाता है. क्या कभी आपने कल्पना की है कि अगर कभी बिना हवा के रहना पड़े तो क्या हाल होगा? हम सब सांस कैसे लेंगे? पेड़-पौधे कैसे लहराएंगे? हमार और इस धरता का भविष्य क्या होगा? इसमें कोई दो राय नहीं कि बिना हवा के जीवन संभव नहीं. यही वजह है कि आज भी अमेरीकी स्पेस एजेंसी नासा के वैज्ञानिक अन्य ग्रहों पर हवा की तलाश में जुटे हैं, क्योंकि जीवन वहीं पाया जाएगा, जहां हवा होगी. क्योंकि मानव जीवन और प्रकृति के लिए हवा अति महत्वपूर्ण है, इसलिए हवा के प्रति लोगों में जागरुकता पैदा करने के लिए वैश्विक पवन दिवस मनाने की शुरुआत हुई.
दुनिया के 75 देशों में मनाया जाता है वैश्विक पवन दिवस
वैश्विक पवन दिवस भारत समेत दुनिया के 75 देशों में मनाया जाता है. आपको बता दें कि करीब 14 साल पहले यूरोपीय पवन ऊर्जा संघ और वैश्विक पवन शक्ति परिषद ने इस दिन को एक साथ मनाने का फैसला किया. जिसके चलते सन 2007 को सबसे पहली बार यूरोप में वैश्चिक पवन दिवस का आयोजन किया गया. जिसके बाद 2009 में पवन दिवस को वैश्चिक स्तर पर मनाया जाने लगा.
जानिए क्या होता है इस दिन-
- वर्कशॉप का आयोजन
- तटवर्ती ओर अपतटीय क्षेत्रों में खेतों की यात्रा
- कई शहरों में प्रदर्शन टरबाइन की स्थापना
2007 में ईडब्ल्यूईए की ओर से ग्लोबल विंड डे का उद्घाटन वर्ष आयोजित किया गया था
गौरतलब है कि 2007 में ईडब्ल्यूईए की ओर से ग्लोबल विंड डे का उद्घाटन वर्ष आयोजित किया गया था. उस समय इस उत्सव के पीछे की वजह राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संघों और पवन ऊर्जा के क्षेत्र में सक्रिय कंपनियों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों का समन्वय किया जाना था. गौर करने एक बात यह भी है कि यूरोप से, पवन दिवस लगभग 18 देशों में पहुंचा और लगभग 35,000 लोगों ने हिस्सा लिया.
HIGHLIGHTS
- हर साल की तरह इस साल भी 15 जून को वैश्विक पवन दिवस मनाया जा रहा है
- 2007 को सबसे पहली बार यूरोप में वैश्चिक पवन दिवस का आयोजन किया गया
- अमेरीकी स्पेस एजेंसी नासा के वैज्ञानिक अन्य ग्रहों पर हवा की तलाश में जुटे