गूगल का खास गूगल डूडल दिग्गज डांसर और कोरियोग्राफर विली निंजा को ट्रिब्यूट दे रहा है. दुनिया भर में 1980 और 90 के दशक में 'वोगिंग के गॉडफादर' के तौर पर मशहूर विली निंजा, अपने कमाल के डांस और कोरियोग्राफी के लिए मशहूर थे, जिनका असली नाम था विलियम रोसको लीक. विली निंजा अपनी कला के बलबूते न सिर्फ एक आइकॉनिक स्टार बनकर बुलंदियों को छूआ, बल्कि उन्होंने LGBTQ+ को पहचान दिलाने के लिए एक मार्ग भी प्रशस्त किया. गूगल डूडल पर प्रदर्शित उनका एनिमेटेड अवतार, लोगों को इस सितारे के बारे में और भी जानने के लिए मजबूर कर रहा है, ऐसे में आइये विली निंजा की जिंदगी से जुड़े कुछ अनसुनी बातों को जानते हैं...
साल था 1961 का, जब विलियम रोसको लीक यानि विली निंजा का जन्म एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ. उन्होंने अपनी पढ़ाई-लिखाई फ्लशिंग क्वीन से पूरी की, इस दौरान उनकी रुचि डांस के प्रति बढ़ने लगी, उन्होंने इसका जिक्र अपनी मां से भी किया, जिन्होंने उनका खुलकर सपोर्ट किया. हालांकि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति इस कदर मजबूत नहीं थी कि वे विली निंजा को डांस की महंगी क्लासेस भेज सकें, मगर फिर भी विली का डांस के प्रति अटूट प्यार ने उन्हें शिखर तक पहुंचाया और उन्हें एक आइकॉनिक स्टार की पदवी पर बैठाया.
फिर जब 1980 के दशक का आगाज हुआ तो, विली हार्लेम ड्रैग बॉल सीन में उभरे, साथ ही साथ उन्होंने दुनिया भर वोगिंग जैसे डांस फॉर्म को पहुंचाया. फिर साल 1982 में उन्होंने न्यूयॉर्क शहर में गोद लिए गए समलैंगिक और ट्रांसजेंडर बच्चों को अपनाया और हाउस ऑफ निंजा की स्थापना की. इसके बाद विली निंजा ने फिर कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा. कुछ ही समय में वो एक मशहूर कोरियोग्राफर, संगीतकार, रनवे मॉडल और मॉडलिंग कोच बन गए. हालांकि महज 45 साल की कम उम्र में विली निंजा का एड्स जैसी घातक बीमारी से निधन हो गया. मगर आज भी विली निंजा द्वारा बनाया हाउस ऑफ निंजा के मेंबर एचआईवी/एड्स को लेकर जागरूकता फैलाते हैं...
Source : News Nation Bureau