पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अपने इस्तीफे की आशंका को खारिज कर दिया है। शरीफ ने कहा कि उनकी सरकार कार्यकाल पूरा करेगी। दरअसल, पाक की सर्वोच्च न्यायालय ने पनामा पेपर्स घोटाले में नवाज शरीफ और उनके परिवार के सदस्यों को नोटिस जारी किया था। इसके बाद विपक्षी पार्टी ने नवाज की कड़ी आलोचना की और उन पर आपराधिक केस चलाकर उन्हें पीएम पद से हटाने की मांग की थी।
नवाज शरीफ ने पीएम हेल्थ कार्ड स्कीम की लॉन्च के लिए आयोजित सेरेमनी में कहा, 'अगला चुनाव साल 2018 में होगा। उस न सिर्फ हमारी पार्टी अपना कार्यकाल पूरा कर लेगी, बल्कि देश और समाज के विकास के लिए चल रहे प्रोजेक्ट्स का काम भी पूरा हो जाएगा।'
पनामा पेपर्स लीक मामले में नवाज शरीफ बुरे फंसते नजर आ रहे थे। पाकिस्तान के चीफ जस्टिस अनवर जहीर जमाली की अध्यक्षता में तीन जजों की बेंच ने एक याचिका पर नोटिस जारी किया, जिसमें प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को पनामा पेपर लीक मामले की वजह से अयोग्य घोषित करने की मांग की गई है। हालांकि मामले की सुनवाई को 2 हफ्ते के लिए टाल दिया गया है।
नवाज शरीफ के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका देने वाले पाकिस्तानी तहरीक-ए-इन्साफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भी कानून से ऊपर नहीं है और अदालत की सुनवाई देश के प्रति जवाबदेही की प्रकिया में पहला कदम है।'
इमरान खान ने आगे कहा कि उन्होंने अदालत से मामले की स्पीडी ट्रायल करने की भी अपील की है। खान ने कहा, 'तीन साल से न्याय के लिए वह लड़ रहे हैं और न्याय मिलने में देरी होना न्याय नहीं मिलने जैसा ही होता है।'
इमरान खान के मुताबिक, 'उन्हें संसद से कोई उम्मीद नहीं बची है लेकिन अदालत के फैसले से उन्हें उम्मीद जगी है।' कोर्ट के नोटिस देने से उत्साहित इमरान ने कहा, 'किसी नेता के खिलाफ प्रदर्शन करना उनका संवैधानिक अधिकार है और हमारा प्रदर्शन नवाज शरीफ समेत हर भ्रष्टचार में लिप्त संस्था के खिलाफ है।'
Source : News Nation Bureau