विज्ञान के इस युग में जो आप सोच सकते हैं, उसको करने में कुछ भी असंभव नहीं है. वैज्ञानिकों ने नई-नई तकनीक ईजाद कर दुनिया को आश्चर्यचकित कर दिया है. तकनीक से आम इंसान की जिंदगी आसान हो गई है. वहीं अब फौजियों को भी नई ताकत मिल रही है. आपको बता दें कि अब पैराट्रूपर्स के माध्यम से दुश्मनों को खत्म करना बीते जमाने की बात होने जा रही है. इसका कारण यह है कि सैनिकों को अब खास जेट सूट (Jet Suit) मिलने वाली है. तकनीक से सैनिकों को असल जिंदगी का ऑयरन मैन (Real-life Iron Man) बनाने की तैयारी हो रही है.
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आपको बता दें कि ब्रिटिश (UK) कारोबारी और ग्रेविटी इंडस्ट्रीज (Gravity Industries) के सीईओ (CEO) रिचर्ड ब्राउनिंग (Richard Browning) ने आर्मी पीपल कांफ्रेंस के दौरान लेटेस्ट टेक्नालजी जेट सूट का प्रदर्शन किया. अब जरुरत पड़ने पर सैनिकों को बिना शोर-शराबे के दुश्मनों के ठिकाने में लैंड कराया जा सकेगा. इस सूट को खासकर नौसैनिकों के लिए तैयार किया जा रहा है. जेट सूट की खूबियों को देख कर सेना के वरिष्ठ अधिकारी और कमांडर काफी खुश नजर आए.
जेट सूट (Jet Suit) की खूबियों की बात करें तो इसमें 5 गैस टर्बाइन अटैच किया गया है. इसकी मदद से 12000 फीट उंचाई तक उड़ान भरी जा सकती है. इसको पहनने वाला सैनिक 80 मील प्रति घंटे की रफ्तार से किसी भी युद्ध क्षेत्र में उड़ कर पहुंच सकता है. आपको बता दें कि इस जेट सूट का नाम 'वर्ल्ड फर्स्ट' (World First) का नाम दिया गया है. इस सूट को पहन कर रिचर्ड ब्राउनिंग कुछ दूरी पर खड़ी जीप के हुड और ट्रक की छत पर भी उतरे. इसके साथ ही ब्राउनिंग सेना के आयोजन में पहुंचे दर्शकों से भरी बालकनी में पहुंचे जहां मौजूद लोगों ने 'जेट मैन' के साथ तस्वीरें खिंचवाई.
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ऐसा पहला मौका नहीं था जब सीईओ (CEO) ब्राउनिंग ने ब्रिटिश सशस्त्र बलों के लिए बनाए गए इस प्रोडक्ट का प्रदर्शन किया. इसके लिए कई सालों से तैयारी हो रही थी. ब्रिटिश नौसैनिकों के लिए बनाए जा रहे इस सूट के निर्माण के लिए गश्ती पोत एचएमएस (HMS) तमार पर ग्रेविटी इंडस्ट्रीज के साथ मिलकर काम किया गया. इसके लिए कई टेस्ट फ्लाइट का आयोजन हुआ. नौसेना के अधिकारियों ने जानना चाहा कि इस फर्म का जेट सूट भविष्य में सैन्य अभियानों पर उपयोग किया जा सकता है, या नहीं. आपको बता दें कि, साल 2019 में ब्राउनिंग ने एचएमएस (HMS) क्वीन एलिजाबेथ के चारों ओर एक टेस्ट फ्लाइट पूरी की थी.