विदेशों में मनाया जाने वाला हैलोवीन (Halloween) पर्व कुछ सालों से भारत में भी युवाओं के बीच काफी पॉपुलर हुआ है. ईसाई पर्व ऑल सेंट डे की पूर्व संध्या पर 31 अक्टूबर की शाम को हैलोवीन पर्व मनाया जाता है. इस दिन विदेशों के स्कूल में कॉस्टयूम पार्टियों और घर पर हैलोवीन पार्टियों का आयोजन किया जाता है. इस हैलोवीन पर्व को क्रिसमस के त्योहार की तरह भी मनाया जाता है.
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देश की राजधानी दिल्ली में भी हैलोवीन पार्टियों का प्रचलन नजर आ रहा है. दीपावली के बाद अब हैलोवीन पर्व को मनाने के लिए लोग हाउस पार्टियों की तैयारियां कर रहे हैं. इन दिनों बाजार में भी ऐसे डरावने सामान ज्यादा दिखाई दे रहे हैं, जिन्हें लोग हैलोवीन की सजावट में इस्तेमाल करते हैं. साथ ही इस हैलोवीन के दिन बच्चों को कैंडीज देने की भी परंपरा है.
हैलोवीन पार्टी में वेन्यू को मकड़ी के जाले, निशाचर प्राणियों, कंकालों और लॉन के डरावना प्रॉप्स से सजाया गया है. इस दिन कॉस्टयूम पार्टियों का बेहद क्रेज होता है. हैलोवीन पार्टी में जाने वाले लोग चुड़ैलों, भूतों, सुपरहीरो और राजकुमारियों जैसे लोकप्रिय पात्रों की तरह तैयार होते हैं.
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आप अपने परिवार के लोगों और दोस्तों के साथ बेहद रंगीन और एक से एक अनोखी हैलोवीन पार्टी का आनंद दिल्ली में भी ले सकते हैं. दिल्ली के कई 5 स्टार होटल, कैफे और रेस्टोरेंट्स इस दिन के लिए कुछ खास इंतजाम किए गए हैं. दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में एडल्ट्स और बच्चों के लिए 31 अक्टूबर को हैलोवीन पार्टी का आयोजन किया गया है. सीपी, ग्रेटर कैलाश, साकेत, हाउस खाज, नोएडा एयरोसिटी, गुरुग्राम में गुरुवार शाम के लिए पार्टियों के आयोजन की खास तैयारियां की गई हैं. जहां हैलोवीन स्पेशल म्यूजिक, फूड का लुफ्त उठाया जा सकता है.
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जानें क्यों मनाते हैं हैलोवीन डे?
हैलोवीन डे हर साल 31 अक्टूबर को मनाया जाता है. अमेरिकी देशों में ये उत्सव पूर्वजों की याद में मनाया जाता है. हैलोवीन की शुरुआत सबसे पहले आयरलैंड और स्कॉटलैंड से हुई थी. ईसाई समुदाय के लोगों में हैलोवीन डे को लेकर मान्यता है कि भूतों का गेटअप करने से पूर्वजों की आत्माओं को शांति मिलती है.