Hamas: चरमपंथी संगठन हमास ने इजराइल पर भारी संख्या में रॉकेट दागे हैं. इन हमलों में इजराइल के लगभग 300 लोगों की मौत हो गई है, एक हजार से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले के उनके खिलाफ युद्ध बताया है. उन्होंने कहा कि हमास ने इजराइल पर आतंकी हमला किया है...हम युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और उनको इसका भारी खामियाजा चुकाना होगा. ऐसे में आम जनमानस के मन में सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर हमास है क्या और उसकी इजराइल से क्या दुश्मनी है.
क्या है हमास
हमास ( इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन ) फलस्तीनी क्षेत्र का सबसे बड़ा चरमपंथी संगठन है. हमास की स्थापना 1987 में पहले फिलिस्तानी विद्रोह के दौरान हुई थी. ईरान हमास का सर्मथन करता है. इसका उभार मुस्लिम ब्रदरहुड की फिलिस्तानी शाखा के विस्तार के तौर पर हुआ. हमास एक सशस्त्र बल है और इजराइल का सशस्त्र विरोध करता है. यह चरमपंथी संगठन इजराइल की जगह फिलिस्तीनी राज्य की स्थापना के लिए प्रतिबद्ध है. हमास की स्थापना शेख अहमद यासीन नाम के एक शख्स ने की जो 12 साल की उम्र से ही व्हीलचेयर पर थे.
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हमास फिलिस्तीन की आजादी के लिए प्रतिबद्ध
अपनी स्थापना के अगले साल 1988 में हमास ने कहा कि हम फिलिस्तीन की आजादी के लिए प्रतिबद्ध हैं. हालांकि हमास की सशस्त्र विंग का गठन 1992 में हुआ. इसके बाद से हमास गाहे-बगाहे इजराइल पर आत्मघाती हमले करता रहता है. 2007 से हमास का फिलिस्तीन की गाजा पट्टी पर काबिज है. 2006 में हुए फिलिस्तीनी संसदीय चुनाव में हमास को भारी जीत मिली, जिसके बाद उसका गाजा पट्टी पर शासन हो गया.
हमास और इजराइल के बीच विवाद
दरअसल, हमास इजराइल राज्य को मान्यता नहीं देता. हमास की सशस्त्र विंग को इज अल-दीन अल-कसम ब्रिगेड कहा जाता है. इसका काम इजराइल में आत्मघाती हमलावरों को भेजना है. हमास इजराइल पर अपने हमलों को बदला बताता है. हमास के लड़ाके इजराइल को खात्मे की कसम खाते हैं. वहीं, इजराइल इसको एक प्रपंच का नाम देता है. इसके साथ ही अमेरिका, यूई, कनाडा, मिस्र औ जापान जैसे देश हमास को एक आतंकवादी संगठन मानते हैं. जबकि रूस, सीरिया, चीन और ईरान जैसे देश इसको आतंकी संगठन के तौर पर नहीं लेते.
क्या है हमास का आरोप
हमास का कहना है कि मई 2021 में इजराइल ने यरूशलम में अल अक्सा मस्जिद, जो कि मक्का मदीना के बाद मुसलमानों के लिए दुनिया का तीसरा सबसे पवित्र स्थान है, को नुकसान पहुंचाया था. यही नहीं इजराइल ने कई दशकों से गाजा पट्टी की घेराबंदी कर रखी है. जिसकी वजह से वहां को लोगों को दवाई और अनाज जैसे बेसिक जरूरतों का सामान भी नहीं मिल पाता. हमास का कहना है इजराइल अपने हमलों में बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं को भी बख्शता. यही वजह है कि हमास बदला लेने के लिए इजराइल पर हमले करता है.
Source : News Nation Bureau