इस्राइल और हमास के बीच लंबे समय से युद्ध जारी है. इस संघर्ष के बीच अब एक और संकट की आहट हो रही है. आहट ने चिंता बढ़ा दी है. दरअसल, हमास और हिजबुल्लाह के बीच तनाव बढ़त रहा है. कारण है- इस्राइल का गाजा में सैन्य अभियान. लेबनान के हिजबुल्लाह ने गुरुवार को दावा किया कि उन्होंने इस्राइली सैन्य ठिकानों पर करीब 200 से अधिक रॉकेट दागे हैं. यह हिजबुल्लाह का अब तक का इस्राइल पर सबसे बड़ा हमला है. उनका कहना है कि उन्होंने अपने कमांडर की मौत का बदला लिया है. आशंका है कि दोनों पक्ष युद्ध का एलान कर सकते हैं. अगर दोनों पक्षों में युद्ध होता है तो संघर्ष और बढ़ जाएगा.
इस्राइल ने हिजबुल्लाह के कई कमांडरों को किया ढेर
हिजुबल्लाह ने एक बयान जारी कर हमले की जानकारी दी. संगठन ने कहा कि कमांडर की मौत का हमने बदला ले लिया है. हमने गोलान हाईट्स स्थित इस्राइल के पांच सैन्य ठिकानों पर 200 रॉकेट से हमला किया है. बता दें, एक दिन पहले इस्राइल ने कहा था कि हमारे हमले में हिजबुल्लाह का कमांडर मारा गया था. मारा गया कमांड क्षेत्रीय डिविजन का प्रमुख था. उसका नाम मोहम्मद नामेह नासिर था. इस्राइल ने पहले भी कई हिजबुल्लाह कमांडरों को ढर किया है. फरवरी ने आईडीएफ ने अल-हज्ज राडवान फोर्स के सेंट्रल कमांडर अली मुहम्मद अल-डैब्स को ढेर किया था. जून में आईडीएफ ने सामी अब्दुल्ला नाम के कमांडर को मार डाला था.
हिजबुल्लाह और ईरान के बीच कई हमले
गौरतलब है कि ईरान समर्थित हिजबुल्लाह इस्राइल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से लगातार हमला कर रहा है. इस्राइल भी उसके हमले का मुंहतोड़ जवाब देता है. जानकारों का मानना है कि अगर हिजबुल्लाह ने इस्राइल पर हमला किया तो अन्य विद्रोही संगठन भी उसका साथ दे सकते हैं.
सात अक्तूबर से जारी है युद्ध
बता दें, दोनों पक्षों के बीच सात अक्टूबर से युद्ध हो रहा है, जब अलसुबह हमास ने पांच हजार रॉकेटों से इस्राइली शहरों पर हमला कर दिया था. हमले को इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आतंकी हमला करार दिया. वे कई बार कमस खा चुके हैं कि जब तक वे हमास को पूर्ण रूप से तबाह नहीं कर देते हैं तब तक युद्ध विराम की घोषणा नहीं करेंगे. युद्ध में अब तक 38 हजार से अधिक फलस्तीनियों की मौत हो गई. इनमें अधिकतर महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग नागरिक हैं.
हमले के यह तीन कारण
हमले के बाद हमास ने कहा था कि यह हमला यरूशलम की अल-अक्सा मस्जिद को इस्राइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है. हमास का कहना है कि अप्रैल 2023 में इस्राइली पुलिस ने मस्जिद में ग्रेनेड फेंककर इसे अपवित्र कर दिया था. इस्राइली सेना लगातार हमारे ठिकानों पर निशाना बना रही है. वे फलस्तीन में अतिक्रमण कर रहे हैं. इस्राइली सेना महिलाओं को निशाना बनाती है. यह इन प्रताड़नाओं का बदला है. हमास के प्रवक्ता गाजी हमाद ने गल्फ देशों को कहा है कि वे इस्राइल के साथ अपने द्विपक्षीय संबंध तोड़ दें क्योंकि इस्राइल कभी भी अच्छा पड़ोसी मुल्क नहीं हो सकता है.
Source : News Nation Bureau