Advertisment

पाकिस्तान के हिंदू झेल रहे दोतरफा मार, कोरोना संकट और राहत में भेदभाव से त्रस्त

विश्व हिंदू परिषद (VHP) के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे (Milind Parande) ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ हो रहे भेदभाव को लेकर क्षोभ व्यक्त किया और उनके जीवन रक्षार्थ संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग तथा भारत सरकार से अपील की है.

author-image
Nihar Saxena
New Update
Pakistan Hindu

जबरन धर्म परिवर्तन तो हो ही रहा है पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ.( Photo Credit : न्यूज स्टेट)

Advertisment

विश्व हिंदू परिषद (VHP) के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे (Milind Parande) ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ हो रहे भेदभाव को लेकर क्षोभ व्यक्त किया और उनके जीवन रक्षार्थ संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग तथा भारत सरकार से अपील की है. उन्होंने कहा, 'वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस का महाप्रकोप है. सभी देशों में इसे पराजित करने हेतु युद्ध स्तर पर सामूहिक प्रयास हो रहे हैं. किंतु पाकिस्तान (Pakistan) में ऐसी वीभत्स परिस्थितियों में भी वहां के अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ धार्मिक भेदभाव हो रहा है. हिंदुओं को ना सिर्फ भोजन एवं स्वास्थ्य जैसी जीवन की प्राथमिक आवश्यकताओं से वंचित रखा जा रहा है, बल्कि इसके बदले उन पर धर्म परिवर्तन के लिए अनुचित व अमानवीय दबाव भी डाला जा रहा है. मीडिया में आई अनेक रिपोर्टों से यह बात जग-जाहिर है.'

यह भी पढ़ेंः Corona Lockown Part 2 Day 3 LIVE: 13 हजार के करीब पहुंचा संक्रमितों का मामला, 420 लोगों की मौत

सिर्फ डेढ़-दो प्रतिशच हिंदू ही बचे
उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान में हिंदू आज मात्र डेढ़-दो प्रतिशत ही बचा है, तो भी कोरोना जैसी महामारी के समय में भी उसे प्राथमिक अधिकारों से वंचित किया जा रहा है. एक ओर भारत के प्रधानमंत्री सम्पूर्ण विश्व की चिंता कर रहे हैं तो वहीं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री वहां के अपने अल्पसंख्यकों को भोजन एवं स्वास्थ्य जैसी मूलभूत आवश्यकताओं को भी सुनिश्चति नहीं कर पा रहे हैं.'

यह भी पढ़ेंः क्या आंध्र प्रदेश में नोटों से फैल रहा है कोरोना, पुलिस के पत्र से चर्चाओं का बाजार गर्म

लॉकडाउन में सरकारी मदद से महरूम
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के एक हिंदू शख्स ने बताया कि लॉकडाउन में सरकार द्वारा उनकी कोई मदद नहीं की जा रही है. दुकानों के बंद होने के बाद क्षेत्र के सभी लोग राशन के लिए रेहड़ी घोड़ पर जमा होते हैं. वहां प्रशासन की ओर से राशन वितरित किया जाता है, लेकिन हिंदुओं, सिख और ईसाइयों को राशन वितरित नहीं किया जाता है. उन्हें कहा जाता है कि राशन केवल मुसलमानों के लिए ही है. बता दें कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान ने पूरे देश को लॉकडाउन करने से इंकार कर दिया था. उसके बाद राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर लॉकडाउन कर रही है. सिंध प्रांत में भी लॉकडाउन किया गया है.

HIGHLIGHTS

  • पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ हो रहे भेदभाव.
  • कोरोना संक्रमण से राहत कार्य में हो रहे भेदभाव के शिकार.
  • पाकिस्तान के हिंदू भोजन एवं स्वास्थ्य जैसी सुविधाओं से वंचित.
pakistan covid-19 hindu Corona Epidemic Corona Virus Lockdown Relief Work Religious Segregation
Advertisment
Advertisment
Advertisment