हॉन्ग कॉन्ग में पिछले कुछ समय से चीन के खिलाफ प्रदर्शन जारी है. ऐसे में प्रदर्शनकारी अब हॉन्ग कॉन्ग के चीफ एग्जेक्यूटिव कैरी लैम के इस्तीफे की मांग करने लगे हैं और लोकतांत्रिक चुनाव की मांग कर रहे हैं. इस बीच खबर आ रही है कि चीन ने हॉन्ग कॉन्ग के पास शेनझेन शहर में सैन्य गतिविधियां बढ़ा दी हैं. खबरों की मानें तो चीन हॉन्ग कॉन्ग में प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग कर सकता है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शेनझेन में चीन की परामिलिट्री सेना 11 अगस्त को ही पहुंच गई है और रोज तैयारी कर रही है. बताया जा रहा है कि अगर जरूरतच पड़ी तो चीन सेना कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगी. बताया जा रहा है कि चीन तब तक प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई नहीं करेगा जब तक हॉन्ग कॉन्ग की स्थानीय सुरक्षा एजेंसियां प्रदर्शन पर काहबू पा रही हैं लेकिन अगर हालात एजेंसियों के काबू से बाहर जाते दिखे तो चीन कार्रवाई कर सकता है.
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ट्रंप की चीन को चेतावनी
वहीं दूसरी तरफ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को चेतावनी दी है कि अगर चीन, हॉन्ग कॉन्ग के प्रदर्शनकारियों पर तियानमेन स्क्वायर की तरह कार्रवाई करता है तो व्यापार वार्ता में मुश्किल हो सकती है.
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क्या है तियानमेन स्क्वायर कार्रवाई?
दरअसल 1989 में बीजिंग के तियानमेन स्क्वायर में राजनीतिक प्रदर्शन के दौरान चीन की सेना ने टेंक और दूसरे हथियारों से प्रदर्शनकारियों पर हमला बोल दिया था जिसमें हजारों लोगों की जान चली गई थी.
हॉन्ग कॉन्ग में क्यों हो रहा है विरोध?
दरअसल हॉन्ग कॉन्ग में लोगों का विरोध प्रदर्शन जून में शुरू हुआ था. विरोध हॉन्ग कॉन्ग सरकार के एक बिल को लेकहर था जिसमें प्रावधान था कि आपराधिक मामलों में आरोपियों को चीन भेजा जा सकता है. इस प्रावधान को लेकर लोगों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया जिसके बाद इस बिल को 15 जून को वापस ले लिया गया. लेकिन अभी भी ये विरोध नहीं थाम है और लोग अब हॉन्ग कॉन्ग के प्रमुख कैरी लैम के इस्तीफा और लोकतांत्रिक चुनाव की मांग कर रहे हैं.