रूस-यूक्रेन युद्ध के ग्यारह दिन बीत चुके हैं. भीषण युद्ध जारी है. युद्ध के 12वें दिन दोनों देशों के प्रतिनिधमंडल तीसरे दौर की वार्ता करने जा रहे हैं. तीसरे दौर की वार्ता सोमवार, 7 मार्च को होगी. रूस-यूक्रेन के बीच तीसरे दौर की वार्ता पर विश्व भर की निगाहें लगी हैं. दुनिया के बड़े देश दोनों देशों के युद्ध को समाप्त होना देखना चाहते हैं. शांति के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ से लेकर कई देश लगे भी हुए है. फिलहाल, युद्ध के बीच दोनों देशों के बीच वार्ता की पहल शांति की उम्मीद जगाती है.
सोमवार को होने वाली वार्ता की पुष्टि दोनों देशों ने की है. यूक्रेन के वातार्कारों में से एक डेविड अरहामिया ने कहा, “तीसरे दौर की वार्ता सोमवार को होगी.” इससे पहले, यूक्रेन के राष्ट्रपति की टीम के वार्ताकारों ने कहा, “हम रूस के लोगों से पुष्टि की प्रतीक्षा कर रहे हैं. हमारा प्रस्ताव 7 मार्च के लिए है.”
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उक्रेइंस्का प्रावदा ने बताया कि दोनों देशों के बीच दूसरे दौर की वार्ता 3 मार्च को हुई थी. दूसरे दौर की वार्ता के दौरान, यूक्रेनी और रूसी पक्ष युद्ध स्थलों से नागरिकों को निकालने के लिए संयुक्त रूप से मानवीय गलियारे देने के सहमत हुए थे.
5 मार्च को यूक्रेन के अस्थायी रूप से कब्जे वाले क्षेत्रों के लिए एकीकरण मंत्री, इरीना वीरेशचुक ने कहा कि रूसी सेना मारियुपोल और वोल्नोवाखा से निकासी मार्गो पर गोलीबारी जारी रखे हुए थी और रूस से समझौतों का पालन करने का आह्वान किया.
युद्ध के दौरान यूक्रेन में भारत समेत विश्व के कई देशों के नागरिकों को सुरक्षित निकालना कठिन हो गया है. भारत के करीब 20 हजार छात्र औऱ नागरिक यूक्रेन में रह रहे थे. भारत सरकार ने अपने अधिकांश नागरिकों को वहां से सुरक्षित निकाल लिया है.