हैकर्स जहां ज्यादा से ज्यादा आपके निजी डेटा को चुराने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं अस्पतालों, डॉक्टर के कार्यालयों और यहां तक कि बीमा कंपनियों द्वारा भी आपके डेटा को लीक किया जा सकता है. नए शोध से यह जानकारी मिली है. मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी (एमएसयू) और हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओंे ने पाया कि हाल में निजी स्वास्थ्य जानकारियों या पीएचए डेटा सेंधमारी के आधे से ज्यादा मामलों में हैकर्स या बाहरी पक्ष जिम्मेदार नहीं होते हैं, बल्कि यह मेडिकल प्रदाताओं द्वारा की जा रही आंतरिक लापरवाही का नतीजा होता है.
एमएसयू के एसोसिएट प्रोफेसर जॉन (शूफेंग) जियान का कहना है, "ऐसा किसी कर्मचारी द्वारा पीएचआई को घर ले जाने या किसी निजी खाते या डिवाइस पर फॉरवर्ड करने से, बिना प्राधिकार डेटा तक पहुंच, या ईमेल की गलतियों से, जैसे गलत व्यक्ति को भेजना, कॉपी करना या अनएनक्रिप्टेड सामग्री को साझा करने से हो सकता है."
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जियान कहते हैं, "अस्पतालों, डॉक्टर के कार्यालयों, बीमा कंपनियों, छोटे फिजिशियन के कार्यालयों और यहां तक कि फार्मेसियों द्वारा ऐसी गलतियां की जाती है, जिससे मरीजों को वे जोखिम में डाल देते हैं." यह अध्ययन जामा इंटरनल मेडिसीन में प्रकाशित किया गया है.
Source : IANS