अफगानिस्तान में डर, अशांति का माहौल है. विदेशी नागरिकों के साथ-साथ वहां के आम नागरिक भी देश छोड़कर निकला चाह रहे हैं. आतंकवादी संगठन तालिबान का युग वहां शुरू हो चुका है. अफगानिस्तान की इस स्थिति को लेकर लोग अमेरिका को भी कोस रहे हैं. अमेरिका ने अपने सैनिकों को वापस बुला लिया जिसकी वजह से ऐसी स्थिति सामने आई है. लेकिन अमेरिका राष्ट्रपति जो बिडेन (US President Joe Biden) ने साफ कर दिया है कि उन्होंने कोई गलती नहीं की है. वो अपने उत्तर पर स्पष्ट हैं. इसके साथ ही उसने तालिबान को चेताया कि अगर वो अमेरिकी सैनिकों को वापस लाने के ऑपरेशन में बाधा डाला तो उसे कीमत चुकानी होगी.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा कि अफगानिस्तान के गृहयुद्ध से लड़ने के लिए आप मुझे, अमेरिका की बेटियों और बेटों की और कितनी पीढ़ियां भेंजेंगे? उन्होंने कहा कि तालिबान से लड़ने के लिए अफगानिस्तान के सैनिकों को ताकत दिखानी थी. लेकिन जब अफगान के सैनिक नहीं करेगे तो अमेरिका कब तक अपने बेटों और बेटियों को वहां भेजता रहे. मैं अपने उत्तर पर स्पष्ट हूं. हम अतीत में की गई गलतियों को नहीं दोहराएंगे.
उन्होंने कहा कि हमारी सेना लगातार लड़ने का जोखिम नहीं उठा सकती है. उन्होंने कहा कि मैं इस बात को लेकर पहले से स्पष्ट रहा हूं कि हमारी विदेश नीति मनावाधिकारों पर केंद्रित है. हमारी सेना के कई परिवारों ने अपनों को खोया है. मैं और जोखिम नहीं उठा सकता था. मेरे बाद भी कोई राष्ट्रपति अमेरिकी सेना की तैनाती अफगानिस्तान में जारी नहीं रखता. मैं अपने फैसले पर अडिग हूं.
How many more generations of America’s daughters and sons would you have me send to fight Afghanistan’s civil war when Afghan troops will not?..... I'm clear on my answer. I will not repeat the mistakes we have made in the past: US President Joe Biden
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— ANI (@ANI) August 17, 2021
अफगानियों को छोड़ गनी भाग गए
अमेरिका के राष्ट्रपति ने आगे कहा कि अफगानिस्तान के नेता वहां के लोगों के हित की रक्षा करने में असफल रहे. अफगान को कठिन हालात में छोड़कर अशरफ गनी भाग निकले. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम तालिबान पर नजर रखे हुए हैं. अफगानिस्तान से हम अपनों को जल्द से जल्द निकाल लेंगे. इसके साथ ही तालिबान को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अमेरिकी सैनिकों को नुकसान पहुंचाया तो तालिबान को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.
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तालिबान खुद को दिखा रहा लचीला
इधर, 20 साल बाद अफगानिस्तान पर कब्जा करने वाला तालिबान खुद को लचीला दिखाने की कोशिश कर रहा है. 1990 के क्रूर शासन के उलट वो इस बार खुद को उदारवादी बता रहा है. मंगलवार को उसने पूरे अफगानिस्तान में आम माफी की घोषणा कर दी और महिलाओं से अपनी सरकार में शामिल होने गुजारिश की. इसके साथ ही उसने महिलाओं को स्कूल और हेल्थ में काम करने की इजाजत भी देने की बात कही.
HIGHLIGHTS
- अमेरिकी राष्ट्रपति ने सेना को वापस बुलाने को सही ठहराया
- जो बिडने ने कहा कि अमेरिकी सेना की कुर्बानी और नहीं
- उन्होंने कहा कि पुरानी गलतियों को अब नहीं दोहराऊंगा
Source : News Nation Bureau