Advertisment

अमेरिका और ब्रिटेन ने आतंकियों को निकालने के लिए IS से की सीक्रेट डील: रिपोर्ट

इस सौदे के तहत पिछले महीने रक्का से IS के सैंकड़ों आतंकवादियों को गोपनीय तरीके से बाहर निकाला गया।

author-image
Deepak Kumar
एडिट
New Update
अमेरिका और ब्रिटेन ने आतंकियों को निकालने के लिए IS से की सीक्रेट डील: रिपोर्ट

प्रतीकात्मक फोटो

Advertisment

सीरिया के रक्का से इस्लामिक स्टेट (IS) के सैंकड़ों आतंकवादियों को निकालने के लिए अमेरिका और ब्रिटेन के सशस्त्र बलों के बीच एक सौदा हुआ था। इस सौदे के तहत पिछले महीने रक्का से IS के सैंकड़ों आतंकवादियों को गोपनीय तरीके से बाहर निकाला गया।

मीडिया की जांच पड़ताल में इस बात का ख़ुलासा हुआ है। रिपोर्ट में बताया गया कि किस प्रकार बैठकों में स्थानीय अधिकारियों ने उनके ट्रकों के काफिले की 12 अक्टूबर को व्यवस्था की। बैठकों में एक पश्चिमी अधिकारी भी शामिल थे।

काफिले में 250 लड़ाके, उनके परिवारों के 3,500 सदस्य, हथियार आदि थे। इसका मकसद हमलावर बलों की जान को बचाना और रक्का को लेकर 4 महीने की लड़ाई को समाप्त करना था। रक्का आतंकवादी नेटवर्क का एक खास केंद्र रहा है।

बीबीसी की एक डॉक्युमेंट्री 'रक्काज डर्टी सीक्रेट' के अनुसार अमेरिकी, ब्रिटिश और कुर्द बलों ने आतंकवादियों की वास्तविक राजधानी से IS लड़ाकों और उनके परिवारों को गोपनीय तरीके से बाहर निकाल लिया था।

अमाक़ न्यूज़ एजेंसी का दावा, IS ने श्रीनगर के ज़कुरा में पुलिसकर्मियों पर किया हमला

इससे पहले वहां अक्टूबर में हवाई हमले किए गया था। उन लोगों को सीरिया और अन्य स्थानों पर छोड़ दिया गया था। IS में शामिल हुए ऐसे विदेशी लड़ाके, जो सीरिया और इराक से नहीं थे, भी बच कर निकलने वालों के काफिले में कथित तौर पर शामिल थे।

एक स्थानीय ड्राइवर ने बीबीसी को बताया, 'बड़ी संख्या में विदेशी थे। फ्रांस से लेकर तुर्की, अजरबैजान, पाकिस्तान, यमन, सऊदी, चीन, ट्यूनीशिया, मिस्र तक के।'

डॉक्युमेंट्री के निर्माताओं ने दावा किया कि इसे दुनिया से छिपाने की भरसक कोशिश की गई। लेकिन बीबीसी ने दर्जनों लोगों से बातचीत की जो या तो काफिले में शामिल थे या इसे देखा था।

जिम्बाब्वे में तख्तापलट, सेना ने राष्ट्रपति मुगाबे को हिरासत में लिया

इसके साथ ही उन लोगों से भी बातचीत की गई, जिन्होंने सौदे के लिए बातचीत की थी।

कुर्द नीत सीरियन डेमोक्रैटिक फोर्सेज ने पहले ही रक्का को मीडिया से मुक्त करा लिया था ताकि IS के बचने का टेलिविजन पर प्रसारण नहीं हो सके।

उसने दावा किया कि कुछ दर्ज़न लड़ाके ही वहां से हटने में सफल हो सके। वे सभी स्थानीय थे। लेकिन एक स्थानीय ड्राइवर ने बीबीसी को बताया कि काफिला 6 से 7 किलोमीटर लंबा था। काफिले में करीब 50 ट्रक, 13 बसें और 100 से ज्यादा वाहन IS के अपने थे।

ICJ में सीट पर भारतीय जज का चुनाव लटका, ब्रिटेन ने फंसाया पेंच

Source : News Nation Bureau

ISIS Iraq syria US UK IS Islamic State Raqqa ISIS fighters
Advertisment
Advertisment