Israel Palestine War: इजराइल और फिलिस्तीन के बीच संघर्ष जारी है. फिलिस्तीनी चरमपंथी संगठन हमास की तरफ से हुए हमले में अब तक 1000 से ज्यादा इजराइली नागरिक मारे गए हैं. वहीं, इजराइल ने हमास के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया है, जिसके बाद से इजराइली सेना गाजा पट्टी स्थित हमास के ठिकानों को तबाह करने में जुटी है. दोनों देशों के बीच जारी जंग से पश्चिम एशिया ही नहीं बल्कि पूरा विश्व अशांत है. इस बीच इस युद्ध में लेबनान और सीरिया की एंट्री भी हो चुकी है. रॉयटर्स के अनुसार इज़राइली सेना का कहना है कि लेबनान से इज़राइली हवाई क्षेत्र में संदिग्ध घुसपैठ की रिपोर्ट मिली है.
दो गुटों में बटी दुनिया
हमास को पहले से ही ईरान और मिस्र का समर्थन प्राप्त है. जबकि अमेरिका और वेस्टर्न देश इस युद्ध में इजराइल के साथ खड़े नजर आ रहे हैं. आलम यह है कि इजराइल और फिलिस्तीन के बीच जारी इस जंग में अब दूसरे देशों की भी एंट्री होती जा रही है, जिससे दुनिया के सामने तीसरे विश्व युद्ध का संकट गहराने लगा है. रूस-यूक्रेन वॉर के बाद दुनिया एकबार फिर दो गुटों में बंटी नजर आ रही है. पश्चिम देश जहां इजराइल के साथ हैं, वहीं मुस्लिम देशों ने फिलिस्तीन का समर्थन किया है. ऐसे में अगर विश्व युद्ध की नौबत आती है और कोई देश जैविक हथियारों से हमला करता है तो हजारों लोगों की मौत होगी.
लेबनान ने इजराइल पर दागी मिसाइल
आपको बता दें कि इससे पहले लेबनान सीमा की ओर से भी हिजबुल्ला के आतंकियों ने इजराइल पर हमला बोला. इजराइल के जवाबी हमले में 2 आतंकी ढेर हो गए थे. इजराइल की तरफ से बताया गया कि लेबनान से इजराइल सीमा में 15 मिसाइल दागी गईं. दरअसल, मंगलवार को सीरिया की तरफ से गोलान हाइट्स पर बमबारी की गई. इजराइली सेना ने जानकारी देते हुए कहा कि सीरिया के ये गोल इजराइली सीमा में घुसे हैं. इजराइल ने भी सीरिया के गोलेबारी के जवाब में गोले दागे हैं.
कौन सा देश किसके साथ?
इजराइल और फिलिस्तीन युद्ध में देखा जाए तो अमेरिका समेत ज्यादातर ताकतवर देश इजराइल के साथ हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अन्य देशों को इस संघर्ष से दूर रहने सलाह दी है. भारत की बात करें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमास के हमले को आतंकी हमला बताया और अपने मित्र देश इजराइल का समर्थन किया है. यहां तक कि पश्चिम देश ऑस्ट्रेलिया, यूक्रेन, ब्रिटेन, फ्रांस, यूरोपियन यूनियन, बेल्जियम आदि देश भी इजराइल के पक्ष में हैं. वहीं, मुस्लिम देश (ईरान, कतर, कुवैत, लेबनान, यमन, ईराक और सीरिया) फिलस्तीन के साथ खड़े हैं.
Source : News Nation Bureau