अमेरिका (America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के खिलाफ महाभियोग (Impeachment) की प्रक्रिया को वोट करने के लिए हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स (House of Representatives - प्रतिनिधि सभा) ने औपचारिक रूप दे दिया है. समाचार एजेंसी एएफपी ने इस बात की पुष्टि की है. ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन और उनके बेटे के खिलाफ यूक्रेनी गैस कंपनी बुरिश्मा में भ्रष्टाचार के मामले की जांच के लिए यूक्रेन पर दबाव डाला था. अमेरिका की प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैन्सी पलोसी (Nancy Palocy) ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया शुरू करने के घोषणा की. हालांकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है.
यह भी पढ़ें : भारत के आंतरिक मामलों पर बोलने से परहेज करे चीन, विदेश मंत्रालय का दोटूक बयान
निचले सदन में ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी रिपब्लिकन के बहुमत वाले सीनेट से इसका पास होना मुश्किल है. महाभियोग पास कराने के लिए सीनेट में 20 रिपब्लिकन सांसदों की जरूरत होगी, जो अपने राष्ट्रपति का ही विद्रोह करें. ऐसा होना नामुमकिन है. रिपब्लिकन पार्टी के सांसद शायद ही अपने दल के राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग के समर्थन में वोटिंग करें.
यह भी पढ़ें : दिल्ली के 108 अधिकारियों पर गिरी गाज, LG बैजल ने सभी को अनिवार्य रूप से रिटायरमेंट पर भेज दिए
अमेरिकी कांग्रेस (संसद) में सीनेट (Senate) और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव (House of Representatives) के रूप में दो सदन हैं. अमेरिकी संविधान के प्रावधानों के मुताबिक, प्रतिनिधि सभा में बहुमत होने पर राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है. राष्ट्रपति के अलावा असैन्य अधिकारी या फिर प्रांतीय सरकार के खिलाफ भी महाभियोग लाया जा सकता है. बता दें कि महाभियोग तभी लाया जाता है, जब देशद्रोह, घूस या फिर किसी बड़े अपराध में शामिल होने का शक हो.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो