तोशाखाना मामले में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को इस्लामाबाद हाईकोर्ट से राहत मिलने के तुरंत बाद उन्हें एफआईए ने दूसरे मामले में गिरफ्तार कर लिया. सिफर मामले में हुई गिरफ्तारी के बाद जांच एजेंसी ने उन्हें बुधवार को कोर्ट में पेश करेगी. इससे पहले इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने निचली अदालत का फैसला पलटते हुए इमरान खान को राहत देने का आदेश दिया था, लेकिन हाई कोर्ट से राहत मिलने के तुरंत बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. बता दें कि इमरान खान पर तोशाखाना मामले के अलावा कई अन्य मामले भी दर्ज हैं. जांच एजेंसियां अलग-अलग मामलों की जांच कर रही है. 29 अगस्त को इस्लामाबाद हाई कोर्ट से जैसे ही उन्हें राहत मिली की. सिफर मामले में जांच एजेंसी ने उन्हें तत्काल गिरफ्तार कर लिया.
जानकारी के मुताबिक, तोशाखाना मामले में राहत उन्हें अनवर उल हक के कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनने से मिली है. दरअसल, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने 9 अगस्त को अपने पद से इस्तीफा दिया था और उनकी जगह अनवर उल हक को केयरटेकर प्रधानमंत्री बनाया गया है. बलूचिस्तान अवामी पार्टी से जुड़े सीनेटर अनवर उल हक इस साल के अंत में नए चुनाव तक कार्यवाहक सरकार का नेतृत्व करेंगे.
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जेल में कीट-पतंगों से परेशान थे
तोशाखाना मामले में सजा काट रहे इमरान खान अटक जेल में बंद है. खान चाहते हैं कि कि उन्हें अटक से रावलपिंडी की अदियाला जेल में शिफ्ट कर दिया जाए. इमरान खान के वकील ने कोर्ट में कहा कि उनके मुवक्किल अटक जेल में नहीं रहना चाहते. क्योंकि यहां दिन के समय मक्खियों और रात में कीट-पतंगों ने वह परेशान हैं.
5 साल चुनाव लड़ने पर रोक
तोशाखाना मामले में निचली अदालत ने इमरान खान को 3 साल की सजा सुनाई है. इसके अलावा चुनाव आयोग ने उन पर पांच साल के लिए चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी थी. इमरान ने निचली अदालत के फैसले को इस्लामाबाद हाई कोर्ट में चुनौती दी थी. हाई कोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को पलटते हुए राहत दी थी, लेकिन कुछ ही देर बाद उन्हें फिर से दूसरे मामले में गिरफ्तार कर लिया गया.