पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की विशेष सहायिका फिरदौस आशिक अवान ने कहा कि सिखों और मुसलमानों को दुनिया में चरमपंथ और असहिष्णुता को हराने के लिए एकजुट होकर काम करना चाहिए. द न्यूज इंटरनेशनल के मुताबिक, शनिवार को गवर्नर हाउस में अंतरराष्ट्रीय सिख सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सिख धर्म के कई आदर्श इस्लाम के समान हैं.
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उन्होंने कहा कि सिख धर्म के संस्थापक, गुरु नानक देव इस्लाम के 'तौहीद' (एकेश्वरवाद) की धारणा से प्रभावित थे. नवंबर में गुरु नानक देव की 550वीं जयंती समारोह की तैयारी के बारे में सुझाव मांगने के मकसद से पंजाब के गवर्नर चौधरी मुहम्मद सरवर की पहल पर 31 अगस्त से 2 सितंबर तक यह सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है.
गुरु नानक देव की जयंती मनाने के लिए दुनियाभर के हजारों अन्य लोगों के साथ भारतीय सिख श्रद्धालु पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के करतारपुर साहिब में गुरुद्वारे का दौरा करेंगे, जहां गुरु नानक देव ने अपने अंतिम दिन बिताए थे. अवान ने कहा, "आइए हम दुनिया से नफरत और असहिष्णुता की ताकतों को खत्म करें, वे स्वर्ण मंदिर में सिखों का नरसंहार, कश्मीर में मुसलमानों का उत्पीड़न, फिलिस्तीन या दुनिया के अन्य हिस्सों में क्रूरता कर सकते हैं."
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अवान ने कहा कि करतारपुर गलियारा बनाने का प्रधानमंत्री का फैसला पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के अधिकारों और धार्मिक स्वतंत्रता के बारे में उनकी प्रबुद्ध दृष्टिकोण को दर्शाता है.