पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान ने रविवार को पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख की योग्यता के आधार पर नियुक्ति का समर्थन किया है. खैबर पख्तूनख्वा के कराक में एक जलसा को संबोधित करते हुए खान ने विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी की टिप्पणी का जवाब दिया कि खान अपनी पसंद के सेना प्रमुख की नियुक्ति करना चाहते थे. अपने संबोधन के दौरान इमरान खान ने कहा कि वह अपनी पसंद के सेना प्रमुख नहीं चाहते हैं, लेकिन नए सेना प्रमुख की नियुक्ति योग्यता-आधारित चाहते हैं. बिलावल को जवाब देते हुए खान ने कहा, "वे कहते हैं कि इमरान खान अपनी पसंद के सेना प्रमुख को नियुक्त करना चाहते थे, लेकिन मैं यह स्पष्ट कर दूं कि मुझे (मेरी पसंद का) सेना प्रमुख नहीं चाहिए. मुझे केवल योग्यता-आधारित नियुक्ति की परवाह है. पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) नेतृत्व की आलोचना करते हुए खान ने कहा कि पीडीएम नेताओं के सत्ता में आने का एकमात्र कारण अपनी भ्रष्ट प्रथाओं को जारी रखना है.
ये भी पढ़ें : पाक के पीएम शहबाज शरीफ का दामाद को फेवर करने का ऑडियो लीक
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, खान ने कहा कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग - नवाज (पीएमएल-एन) की उपाध्यक्ष मरियम नवाज "सच बोलने में असमर्थ" थीं, क्योंकि उन्होंने एक बार फिर उन पर भाई-भतीजावाद को राष्ट्रीय हितों से ऊपर रखने का आरोप लगाया. "मरियम अपने दामाद के लिए भारत से बिजली संयंत्र मशीनरी आयात करना चाहती है." उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल हुए ऑडियो के लीक होने के एक दिन पहले पैदा हुए विवाद का जिक्र करते हुए कहा. ऑडियो में कथित तौर पर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को एक अज्ञात व्यक्ति के साथ चर्चा करते हुए दिखाया गया था और उनसे मरियम के दामाद के लिए भारत से एक बिजली संयंत्र आयात करने के बारे में पूछा गया था.
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, भारत और बांग्लादेश के आर्थिक विकास पथ के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पिछले 40 वर्षों से सहायता पर जीवित है, जबकि भारत और बांग्लादेश ने प्रगति की है. खान ने कहा, "भारत और बांग्लादेश दोनों पाकिस्तान (विकास के मामले में) से आगे हैं."