पीएम इमरान खान पर बार-बार आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लग रहे हैं. चुनाव आयोग ने आरोपों का जवाब देने में विफल रहने के बाद उन्हें एक और नोटिस दिया है. ईसीपी ने तर्क दिया है कि प्रांत के दूसरे चरण के स्थानीय निकाय चुनाव के दौरान खैबर पख्तूनख्वा में आयोजित पीएम की कई राजनीतिक रैलियां आचार संहिता का उल्लंघन है. इसने पहले पीएम, खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान और अन्य को मलकंद जिले में एक रैली आयोजित कर आचार संहिता का उल्लंघन करने करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया. नए नोटिस से पहले, पोल पैनल ने पीएम को एक सप्ताह में तीन बार पत्र लिखकर उनसे आचार संहिता की अवहेलना न करने को कहा.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री को बीते शुक्रवार को जारी ईसीपी के पहले नोटिस में कहा गया, "आपको यह बताया गया था कि प्रधानमंत्री सहित सार्वजनिक पद धारक किसी भी चुनाव अभियान या प्रचार में भाग नहीं ले सकते हैं या चुनाव कार्यक्रम जारी होने के बाद किसी भी विकास योजना की घोषणा नहीं कर सकते हैं." प्रधानमंत्री और उनकी टीम द्वारा लगातार आचरण के उल्लंघन के कारण ईसीपी ने कथित तौर पर प्रांत में दूसरे चरण के चुनाव को स्थगित करने पर विचार किया था.
Source : News Nation Bureau