Advertisment

इमरान खान को सरकार बचाने में छूट रहे पसीने, जारी की व्हिप

विश्वास मत (Confidence Motion) पर मतदान से पहले इमरान खान ने पार्टी के सांसदों के लिए व्हिप (Whip) जारी किया है. उन्होंने चेतावनी दी है कि पार्टी सदस्य पार्टी लाइन का अनुपालन करें या फिर कार्रवाई का सामना करने को तैयार रहें.

author-image
Nihar Saxena
एडिट
New Update
Imran Khan

इमरान खान को आज नेशनल असेंबली में करना है विश्वास मत हासिल.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

Advertisment

सीनेट चुनाव में तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के खास उम्मीदवार अब्दुल हाफिज शेख की हार के बाद पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) नेशनल असेंबली में शनिवार को विश्वास मत का सामना करेंगे. विश्वास मत से पहले इमरान खान ने पार्टी और गठबंधन में सहयोगी दलों के नेताओं के साथ बैठक की और सबसे अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनने की अपील की. उन्होंने यह भी कहा कि कुछ सांसदों ने पैसों के लिए खुद को बेच दिया लेकिन यह ठीक नहीं. विश्वास मत (Confidence Motion) पर मतदान से पहले इमरान खान ने पार्टी के सांसदों के लिए व्हिप जारी किया है. उन्होंने चेतावनी दी है कि पार्टी सदस्य पार्टी लाइन का अनुपालन करें या फिर कार्रवाई का सामना करने को तैयार रहें. ऐसे आरोप लगे थे कि सीनेट चुनावों में इमरान की पार्टी के नेताओं ने पार्टीलाइन से अलग जाकर वोट दिए थे.

इमरान ने जारी किया व्हिप
व्हिप जारी करने से पहले भावुक इमरान ने कहा था कि वोटिंग में जो फैसला निकलकर आएगा, वह उसका सम्मान करेंगे और इमरान का साथ नहीं देने वाले जीते तो वह विपक्ष में बैठेंगे. अब पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में तहरीक-ए-इंसाफ के सभी सदस्यों को लिखे खत में इमरान ने लिखा- 'आपको प्रधानमंत्री पर अविश्वास प्रस्ताव पर होने जा रही वोटिंग में पार्टी के निर्देशों के मुताबिक वोट डालने हैं. अगर कोई नेता वोटिंग में शामिल नहीं हुआ या पार्टी के निर्देश के मुताबिक वोटिंग नहीं की तो पार्टी हेड किसी भी सदस्य को डिफेक्टेड करार दे सकता है और इसकी सूचना चुनाव को दे दी जाएगी.' इसके अलावा सांसदों से असेंबली हॉल के दरवाजे बंद होने से पहले अंदर मौजूद रहने को कहा गया है.

यह भी पढ़ेंः कांग्रेस के G-23 समूह ने बदली रणनीति, चुनाव प्रचार की गेंद हाईकमान के पाले में

सीनेट में हफीज शेख की हार से मजबूर हुए विश्वास मत के लिए
पीडीएम उम्मीदवार और पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने बुधवार को सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के उम्मीदवार और देश के वित्त मंत्री अब्दुल हफीज शेख को हराकर इमरान खान को बड़ा झटका दे दिया. इस हार के बाद इमरान खान को अपनी पार्टी के सदस्यों पर भरोसा नहीं रहा और उन्होंने उन्होंने विपक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की मांग को मान लिया. सरकार के बहुमत पर चर्चा होने से पहले विपक्षी गठबंधन ने शुक्रवार को घोषणा की कि वे विश्वास मत का बहिष्कार करेंगे और दावा किया कि सीनेट चुनाव में उनके उम्मीदवार की जीत ही प्रधानमंत्री के खिलाफ ‘अविश्वास प्रस्ताव’ है. पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने कहा कि शनिवार को होने वाले नेशनल असेंबली के सत्र में विपक्ष का कोई भी सदस्य शामिल नहीं होगा, जिसमें प्रधानमंत्री खान विश्वास मत हासिल करेंगे. पीडीएम दस पार्टियों का विपक्षी गठबंधन है.

यह भी पढ़ेंः चुनाव आयोग का आदेश- कोरोना वैक्सीन के सर्टिफिकेट पर से हटाएं मोदी की तस्वीर 

इमरान खान को चाहिए ये आंकड़ा
इमरान खान को नेशनल एसेंबली में 171 सांसदों का समर्थन चाहिए क्योंकि सदन में कुल 342 सदस्यों में अभी 340 सदस्य हैं और दो सीटें खाली हैं. खान की पीटीआई के पास 157 सांसद हैं जबकि विपक्षी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के 83 सदस्य हैं और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के 55 सांसद हैं. पीटीआई के नेताओं ने कहा है कि उन्हें विश्वास है कि खान बहुमत साबित कर देंगे. इमरान ने जब अपनी पार्टी और गठबंधन सहयोगियों की बैठक बुलाई तो उसमें 179 सदस्य मौजूद थे. बावजूद इसके व्हिप जारी करने से इमरान खान की बेचैनी साफ जाहिर हो रही है. 

HIGHLIGHTS

  • इमरान खान को चाहिए 171 सांसदों का समर्थन
  • सीनेट में हार के बाद इमरान की जान सांसत में
  • पार्टी व्हिप जारी कर सांसदों को मौजूद रहने को कहा
pakistan imran-khan पाकिस्तान इमरान खान Confidence Motion विश्वास मत Muslim League National Assembly नेशनल असेंबली तहरीक ए इंसाफ Senate सीनेट Party Whip मुस्लिम लीग पार्टी व्हिप
Advertisment
Advertisment
Advertisment