नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर दिल्ली के उत्तर पूर्वी इलाकों में जारी हिंसा ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. इस हिंसा में अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कई घायल बताए जा रह हैं. इतना ही नहीं, इस मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई है. कांग्रेस एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को इसका जिम्मेदार ठहराते हुए इस्तीफे की मांग कर रही है तो वहीं बीजेपी भी कांग्रेस पर हमेशा की राजनीतिक रोटियां सेकने का आरोप लगा रही है.
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इस मामले पर केवल राजनीतिक पार्टियां ही नहीं बल्कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan Prime minister Imran Khan) का भी बयान सामने आया है. अपने बयान में उन्होंने भारत पर निशाना साधा है और पाकिस्तान के बहुसंख्यक लोगों को चेतावनी दी है कि कोई भी गैर-मुस्लिमों पर हमला नहीं करेगा. उन्होंने ट्वीट कर कहा, मैं पाकिस्तान के नागरिकों को चेतावनी देना चाहता हूं कि जो भी व्यक्ति गैर मुस्लिमों या उनके पूजा स्थलों को नुकसान पहुंचाएगा उनके खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाया जाएगा. हमारे देश के गैरमुस्लिम भी इस देश के नागरिक हैं.
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भारत पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, UNGA में मैंने पहले ही बता दिया था कि एक बार जिन बोतल से बाहर आएगा तो खून के धब्बे और भी खराब होंगे. भारत में 20 करोड़ लोगों को निशाना बनाया जा रहा है. विश्व समुदाय को अब कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा, आज भारत में हम नाजी-प्रेरित आरएसएस की विचारधारा को एक अरब से अधिक लोगों के परमाणु-सशस्त्र राज्य के रूप में देख रहे हैं. जब भी घृणा पर आधारित जातिवादी विचारधारा हावी होती है, तो वह खून के धब्बे की ओर जाता है.