पाकिस्तान आम चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने गुरुवार को कहा कि वह प्रधानमंत्री के अधिकारिक आवास में नहीं रहेंगे।
प्रधानमंत्री पद की कुर्सी संभालने से चंद कदम दूर इमरान ने कहा कि वे 'ठाठदार' प्रधानमंत्री आवास को शिक्षण संस्थान जैसे किसी सार्वजनिक स्थान में तब्दील कर देंगे।
इसके अलावा पीटीआई प्रमुख 65 वर्षीय नेता ने वादा किया है कि वे पाकिस्तान को लंबे समय से चली आ रही अमीरों को अमीर और गरीबों को गरीब बनने की प्रक्रिया को खत्म करेंगे। उन्होंने कहा कि बदलाव ऊपर से आएगा।
इमरान खान ने कहा, 'हमारी सरकार निर्णय लेगी कि प्रधानमंत्री आवास का क्या करेंगे। मुझे ऐसे ठाठदार घर में रहने पर शर्मिंदगी होगी। यह आवास किसी शिक्षण संस्थान या लोगों के कल्याण के लिए खोला जाएगा। वहीं गर्वनर हाऊस का प्रयोग पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए किया जा सकता है।'
उन्होंने कहा कि वे वीआईपी कल्चर को खत्म कर विनम्रतापूर्वक रहूंगा।
क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान ने कहा, 'मैंने 22 साल पहले राजनीति में आने का फैसला किया था जब मैंने पाकिस्तान में सरकारी तंत्र को टूटते और भ्रष्टाचार पाया था।'
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इसके अलावा इमरान खान ने भारत के साथ संबंधों को लेकर कहा कि, 'अगर भारत विवाद सुलझाने के लिए तैयार है, तो हम दो कदम बढ़ाने के लिए तैयार हैं, लेकिन उन्हें वह एक कदम उठाना होगा। एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप हमें कहीं लेकर नहीं जाएगा।'
इमरान ने कहा, 'मैं शपथ लेता हूं कि मेरी सरकार पहली सरकार होगी जो राजनीतिक उत्पीड़न में संलिप्त नहीं होगी।'
इमरान खान ने कहा, 'देश में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के अभियान की जिम्मेदारी मुझसे और मेरे मंत्रियों से शुरू होगी। हम एक उदाहरण पेश करेंगे और देश को बताएंगे कि जवाबदेही व्यापक तौर पर जरूरी है।'
साथ ही इमरान खान ने यह भी कहा कि उनकी सरकार अफगानिस्तान के साथ संबंध बेहतर करना चाहती है और उनकी सरकार पड़ोसी देशों में शांति स्थापना के लिए प्रयास करेगी।
बता दें कि इमरान खान की पार्टी पीटीआई 272 नेशनल असेंबली की सीटों पर अब तक आए नतीजों और रुझानों में 120 पर बढ़त बनाई हुई है।
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Source : News Nation Bureau