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इस्लाम का अपमान करने के आरोप में यूएई में प्रवासी भारतीय के खिलाफ कार्रवाई

इस्लाम (Islam) का कथित रूप से अपमान करने को लेकर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में एक प्रवासी भारतीय को उसकी कंपनी से बर्खास्त कर दिया गया है.

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Nihar Saxena
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ईशनिंदा पर बर्खास्तगी के बाद गिरफ्तारी भी तय है यूएई में.( Photo Credit : न्यूज स्टेट)

कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण को लेकर फेसबुक पर एक पोस्ट के जवाब में इस्लाम (Islam) का कथित रूप से अपमान करने को लेकर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में एक प्रवासी भारतीय को उसकी कंपनी से बर्खास्त कर दिया गया है. 'गल्फ न्यूज' ने बताया कि दुबई स्थित 'एमरिल सर्विसेस' में टीम लीडर के रूप में कार्यरत राकेश बी कित्तूरमठ के सोशल मीडिया पोस्ट पर लोगों के आपत्ति जताए जाने के बाद उसे बृहस्पतिवार को उसके पद से बर्खास्त कर दिया गया. यूएई में 2015 में पारित एक कानून के तहत धार्मिक या नस्ली भेदभाव गैर कानूनी है.

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टिप्पणी करने के बाद हुआ फरार

एमरिल सर्विसेस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्टुअर्ट हैरिसन ने कहा, 'कित्तूरमठ को तत्काल प्रभाव से नौकरी से निकाल दिया गया है. उसे दुबई पुलिस को सौंपा जाएगा. हमारी नीति नफरत फैलाने वाले इस प्रकार के अपराधों को कतई बर्दाश्त नहीं करने की है.' खबर के अनुसार, हैरिसन ने कहा कि वे यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि कित्तूरमठ अब भी यूएई में है या नहीं और यदि वह देश में है तो उसे पुलिस को सौंपा जाएगा.

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पहले भी आए ऐसे कई मामले

इससे पहले भी इस सप्ताह की शुरुआत में अबु धाबी के निवासी मितेश उदेशी को फेसबुक पेज पर इस्लाम का कथित रूप से मजाक उड़ाने वाला एक कार्टून पोस्ट करने को लेकर बर्खास्त किया गया था. इसी तरह दुबई में 'फ्यूचर विजन इवेंट्स एंड वेडिंग्स' के समीर भंडारी के खिलाफ उस समय पुलिस में शिकायत की गई थी जब उसने नौकरी का आवेदन करने वाले एक भारतीय मुसलमान को पाकिस्तान जाने को कहा था.

HIGHLIGHTS

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  • यूएई में एक प्रवासी भारतीय को उसकी कंपनी से बर्खास्त कर दिया गया.
  • UAE के एक कानून के तहत धार्मिक या नस्ली भेदभाव गैर कानूनी है.
  • इसके पहले भी आए हैं धार्मिक-नस्ली टिप्पणी के मामले.
Blasphemy Law indian corona-virus UAE
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