चीन ने गुरुवार को कहा कि भारत और जापान को गठजोड़ बनाने की बजाय साझेदारी के लिए काम करना चाहिए। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के भारत दौरे दूसरे दिन चीन ने यह बात कही है।
चीन ने यह भी उम्मीद जताई है कि भारत- जापान संबंध क्षेत्रीय शांति व स्थिरता के अनुकूल होंगे, क्योंकि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व जापानी समकक्ष शिंजो आबे द्विपक्षीय रक्षा व सुरक्षा के संबंधों पर चर्चा के लिए तैयार हैं।
जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे दो दिवसीय भारत के दौरे पर हैं। दोनों देशों के बीच भारत- प्रशांत क्षेत्र में उनके संयुक्त भूमिका पर चर्चा होने की उम्मीद है, जहां चीन तेजी से मुखर हो रहा है।
चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह अहमदाबाद में दोनों नेताओं के बीच बैठक के नतीजे का इंतजार कर रहा है।
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मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, 'उनमें क्या चर्चा होती है, हमें विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा करनी चाहिए। हम क्षेत्रीय देशों में बिना टकराव के बातचीत और गठबंधन की बजाय साझेदारी में काम करने का समर्थन करते हैं।'
हुआ ने यह भी कहा, 'हम क्षेत्र के देशों के बीच सामान्य संबंधों के विकास का खुले तौर पर स्वागत करते हैं। हम आशा करते हैं कि उनके सबंध क्षेत्रीय शांति व स्थिरता के अनुकूल होंगे और इस संदर्भ में एक रचनात्मक भूमिका निभा सकते हैं।'
भारत व जापान के बीच बढ़ते संबंधों से चीन चिंतित है, वह साझेदारी को अपने विरोध के तौर पर देखता है।
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HIGHLIGHTS
- चीन अहमदाबाद में दोनों नेताओं के बीच बैठक के नतीजे का इंतजार कर रहा है
- बिना टकराव के बातचीत और गठजोड़ की बजाय साझेदारी में काम करने का समर्थन करते हैं: चीन
Source : IANS