India Canada Row: हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड मामले में भारत और कनाडा के रिश्ते खिसकर निचले पायदान पर आ गए हैं. दोनों देशों ने अपने यहां से एक-दूसरे के एक-एक राजनयिक के निष्कासित कर दिया है. इसके साथ ही भारत ने कनाडा के नागरिकों के लिए वीजा पर अस्थाई रोक भी लगा दी है. निज्जर हत्याकांड में भारत का हाथ होने जैसे बयान को लेकर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो खुद अपने देश में ही घिर गए हैं. वहां विपक्ष ने ट्रूडो पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं. बहरहाल, निज्जर हत्या मामले में भारत पर आरोप को लेकर जस्टिन ट्रूडो अचानक चर्चा में आ गए हैं.
अपने ही देश में निशाने पर आए जस्टिन ट्रूडो
पिछले कुछ सालों में बात करें के जस्टिन ट्रूडो की अपने ही देश में लोकप्रियता घटती जा रही है. विदेशी मामलों के जानकारों की मानें तो ट्रूडो की लोकप्रियता इतनी गिर गई है कि अगर आज चुनाव हो तो वो अपनी कुर्सी खो देंगे. दरअसल, कनाडा में हाल ही में एक सर्वे हुआ है, जिसमें ट्रूडो के स्थान पर उनके प्रतिद्वंदी पियरे पोइलिव्रे को ज्यादा पसंद किया है. सरकार बनाने के लिए कनाडा के लोगों ने कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पियरे को 40 और ट्रूडो को केवल 31 प्रतिशत वोट दिए हैं. इसके साथ ही 60 प्रतिशत लोगों ने यह स्वीकार किया है कि ट्रूड की पार्टी लिबरल पार्टी ऑफ कनाड़ा को उनकी जगह किसी दूसरे चेहरे पर दांव लगाना चाहिए.
एनडीपी के समर्थन से चल रही सरकार
फिलहाल कनाडा में आर्थिक हालात भी अच्छे नहीं हैं. इसपर ट्रूडो का अलगाववादियों के लेकर नरम रवैया उनको जनता से दूर ले जा रहा है. 2021 में हुए चुनाव में भी ट्रूडो सरकार अल्पमत में थी, लेकिन न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी ( एनडीपी ) के समर्थन के बाद उनकी कुर्सी बच गई. एनडीपी कनाडा की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है. क्योंकि एनडीपी के नेता जगमीत सिंह अलगाववादियों के समर्थक हैं. इसलिए ट्रूडो भी उनके सुर में सुर मिला रहे हैं.
Source : News Nation Bureau