India-China Dispute : चीन अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं है. भारत के हाथों से बार-बार पिटने के बाद चीन में कोई सुधार नहीं दिख रहा है. अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारतीय सेना के जवानों ने चीन की चाल को विफल कर दिया. अब खबर आ रही है कि चीन उत्तराखंड बार्डर के पास गांव बसा रहा है. खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, ये गांव चीन के नागरी प्रांत के Zanda काउंटी में आता है, जोकि एलएसी से ये महज 35 से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. दापा डोजोंग में 55 से 60 घर तैयार किए जा रहे हैं और ये काम लगभग पूरा होने वाला है.
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खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, ये गांव 400 मीटर गुणा 200 मीटर के इलाके बसाया जा रहा है, जोकि एक चार दीवारी के भीतर है और सड़क से उसे जोड़ा गया है. वहीं, तिब्बत ऑटोनोमस रीजन के कुल 21 बॉर्डर काउंटी के 628 से ज़्यादा बॉर्डर डिफ़ेंस विलेज को तैयार किए जाने का काम तेज है, जिनमें से कई तैयार भी हो चुके हैं, लेकिन इन गांव में रहने के लिए लोग ही नहीं है और ये खाली पड़े हैं. इसी वजह से उन गांवों के घोस्ट विलेज भी कहा जाता है.
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चीन की मार्डन डिफेंस विलेज के बनाए जाने के पीछे का मकसद से बताया जाता है कि सीमा के गांवों का एकीकरण करना और सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, लेकिन चीन की ये तैयारियां भविष्य में भारत के साथ होने वाली किसी भी संभावित युद्ध से पहले की है. अगर युद्ध की स्थिति हो तो उसे अपने सैनिकों के लिए स्थायी ठिकाना दिया जा सके.
HIGHLIGHTS
- भारत के खिलाफ नापाक हरकत करने से बाज नहीं आ रहा है चीन
- सीमा के गांवों का एकीकरण और सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना सिर्फ एक बहाना
- चीन की ये तैयारियां भविष्य में भारत के साथ होने वाली किसी भी संभावित युद्ध से पहले की है