भारत के चीफ आफ डिफेंस स्टाफ की के बयान को लेकर चीन को मिर्ची लगी है. चीन के रक्षा मंत्रालय ने सीडीएस की टिप्पणी का विरोध किया है. साथ ही उकसाने का आरोप भी लगया है. CDS ने चीन को भारत के लिए सबसे बड़ा सुरक्षा खतरा बताया था. रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वू कियान को के मुताबिक चीन और भारत एक-दूसरे के लिए कोई खतरा नहीं हैं. चीफ डिफेंस स्टाफ का बयान तनाव पैदा करने वाला है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भू-राजनीतिक टकराव को भड़काना गैर-जिम्मेदार और खतरनाक दोनों है. इसलिए ऐसे बयानों से बचना चाहिए.
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समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वरिष्ठ कर्नल वू कियान ने गुरुवार को मीडिया से कहा: "भारतीय अधिकारी बिना किसी कारण के तथाकथित चीनी सैन्य खतरे पर अटकलें लगाते हैं, जो दोनों देशों के नेताओं के रणनीतिक मार्गदर्शन का गंभीर उल्लंघन है. एक दूसरे के लिए खतरा नहीं है, और भू-राजनीतिक टकराव को उकसाता है, उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत संयुक्त रूप से चीन के साथ क्षेत्रीय शांति की रक्षा कर सकता है. प्रवक्ता ने कहा, 'पड़ोसी देशों के रूप में, हमें उम्मीद है कि भारत पक्ष सीमावर्ती क्षेत्रों में क्षेत्रीय शांति और शांति की रक्षा के लिए चीन के साथ मिलकर काम कर सकता है और साथ में द्विपक्षीय संबंधों के सकारात्मक विकास को बनाए रख सकता है.
रूस, भारत और चीन के विदेश मंत्रियों की 18वीं बैठक से एक दिन पहले आया है. बैठक, जिसकी अध्यक्षता विदेश मंत्री (ईएएम) एस जयशंकर करेंगे. डिजिटली कान्फ्रेंस आयोजित की जाएगी.
HIGHLIGHTS
- CDS रावत ने चीन को बताया था भारत सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा
- चीन के रक्षा मंत्रालय ने सीडीएस रावत की टिप्पणी पर जताया विरोध
- सीडीएस बिपिन रावत के बयान को बताया बेबुनिया