हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) में घूम रहे चीनी पनडुब्बी की गतिविधि पर भारत करीबी निगाह बनाए हुए है।
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी ख़बर के मुताबिक ये पनडुब्बी हिंद महासागर में घूमते हुए पाकिस्तान से कराची की तरफ जा रहा है।
बता दें कि श्रीलंका ने चीन की एक पनडुब्बी को कोलंबो के बंदरगाह में इस महीने रखने को लेकर की गई अपील को खारिज कर दी थी।
नेवी ने IOR में 7 चीनी पनडुब्बियों को ट्रैक किया है। सबसे पहली पनडुब्बी दिसंबर 2013 से फरवरी 2014 के बीच देखा गया था। सूत्र ने बताया, 'ये चीनी पनडुब्बी परमाणु क्षमता संपन्न हैं और ये डीजल और इलेक्ट्रिक से चलती हैं। ये सभी साल में तीन-तीन महीने के लिए IOR के क्षेत्र में आते हैं। वे सामान्यतः मलाका स्ट्रेट के जरिए आते हैं और सुंडा स्ट्रेट के जरिए चले जाते हैं।'
चीनी मीडिया ने चेताया, भारत की तेज़ी से बढ़ रही अर्थव्यवस्था चीन के लिए ख़तरा
भारतीय नौसेना के पी-81 लंबी दूरी वाले मैरिटाइम गश्ती विमान ने युआन-वर्ग के पारंपरिक पनडुब्बी को उस वक्त देखा जब यह 19-20 अप्रैल को मलाका स्ट्रेट से गुजर रही था। चीन के पीपल्स लिबरेशन आर्मी-नेवी (PLAN) का दावा है कि यह पनडुब्बी 26वें ऐंटी पायरेसी टास्कफोर्स का हिस्सा है।
PLAN दिसंबर 2013 से नियमित रूप से आईओआर में अपने परमाणु क्षमता संपन्न और डीजल-इलेक्ट्रिक से चलने वाली पनडुब्बी भेज रहा है। इसका मकसद क्षेत्र में अपनी रणनीतिक पहुंच को बढ़ाना है। रक्षा मंत्रालय के एक सूत्र ने कहा, 'अदन की खाड़ी में ऐंटी-पायरेसी की मुहिम का बहाना बनाकर पनडुब्बी को भेजा जा रहा है, लेकिन समुद्री लुटेरों के खिलाफ एक पनडुब्बी क्या भूमिका निभा सकती है?'
तनावपूर्ण संबंधों के बावजूद चीन- भारत के बीच बढ़ रहा व्यापार, पाकिस्तान सरकार भी ले सबक: पाक मीडिया
चीन ने IOR क्षेत्र में आने वाले कई देशों के साथ समुद्री संबंध बनाए हैं। हाल ही में इसने जिबूती में अपना पहला विदेश स्थित नौसैनिक अड्डा तैयार किया है। चीन की पहली प्राथमिकता भले ही अपने व्यापार और समुद्री मार्ग को सुरक्षा प्रदान करना है, लेकिन इलाके में PLAN के प्रसार कार्यक्रम को देखते हुए भारत के लिए चौकन्ना रहने की खास वजह है।
आईपीएल 10 से जुड़ी हर बड़ी खबर के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की खबर के लिए यहां क्लिक करें
Source : News Nation Bureau