इस्राइल और हमास के बीच युद्ध जारी है. इस बीच संयुक्त राष्ट्र में भारत ने इस्राइल हमास युद्ध के चलते बढ़ रहे मानवीय संकट पर गहरी चिंता जताई. भारत ने कूटनीति और बातचीत के जरिये तनाव को कम करने और शांति-सद्भाव को बढ़ाने के लिए जोर दिया. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मध्य-पूर्व क्षेत्र में हुई डिबेट में भारत की ओर उप स्थाई प्रतिनिधि और राजदूत आर रवींद्र शामिल हुए. उन्होंने कहा कि सात अक्टूबर 2023 को इस्राइल पर आंतकी हमला हुआ था, जिसकी भारत ने कड़ी निंदा की थी.
हम लोगों की मौत की जान गंवा दी
इस्राइल और हमास के बीच पिछले नौ महीने से युद्ध जारी है. युद्ध के चलते मानवीय संकट बढ़ रहा है. यह बहुत ही अधिक चिंताजनक है. युद्ध में हजारों लोगों की मौत हो गई. कई नागरिकों ने भी अपनी जान गंवा दी है. हम इसकी निंदा करते हैं. भारत तत्काल पूर्ण युद्ध विराम की मांग करता है. भारत ने समय-समय पर गाजा पट्टी में मानवीय सहायता और मदद पहुंचाई है. बंधन बनाए गए सभी लोगों की बिना शर्त रिहाई के लिए हम फिर अपील करते हैं. रिहाई और मध्यस्थता के प्रयास करने के लिए हम कतर और मिस्र की सराहना करते हैं.
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भारत शांति और स्थिरता लाने के लिए उत्सुक
संयुक्त राष्ट्र को उन्होंने बताया कि भारत इस्राइल और फलस्तीन दोनों की मदद कर रहा है. भारत ने कई दफा अलग-अलग मंचों पर अपनी स्थिति साझा की है. भारत शांति और स्थिरता लाने के लिए तत्पर है. हम लंबे समय से दोनों देशों के बीच सहयोग के जरिए समाधान निकालना चाहते हैं. हम चाहते हैं फलस्तीन संप्रभु और स्वतंत्र देश के रूप में स्थापित हो और इस्राइल के साथ शांति और सुरक्षा आवश्यकताएं साझा करे. उन्होंने कहा कि भारत ने फलस्तीन को बीते वर्षों में 120 मिलियन डॉलर की सहायता दी है.
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Source : News Nation Bureau