कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर देश में अब लगभग थम सी गई है. कोविड-19 संक्रमण और उससे होने वाली मौत दोनों की संख्या में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. शुक्र को भी भारत में कोरोना से 1587 लोगों की जान गई. पिछले 60 दिनों में ये मौत का ये सबसे कम आंकड़ा है, लेकिन भारत को अभी कोराना से लंबी लड़ाई लड़नी होगी. फिलहाल दूर-दूर तक ऐसे कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं कि लोगों को इस वायरस राहत मिलने वाली हो. साल के अंत तक जब ज्यादातर लोगों को वैक्सीन लग जाएगी उसके बाद ही कुछ कहा जा सकेगा. यानी भारत में फिलहाल लोगों को मास्क से जल्दी राहत मिलने वाली नहीं है. इस बीच दुनिया के कई देशों में जीवन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है. कोरोना के चलते लगी पाबंदियां अब हटाई जा रही है. कई देशों में लोगों को मास्क से भी आजादी मिल गई है. आइए एक नज़र डालते हैं उन देशों पर जहां अब मास्क पहनना जरूरी नहीं है.
अमेरिका
यहां मई के महीने में ही लोगों को मास्क से आज़ादी मिल गई. सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने कहा था कि जिन लोगों ने वैक्सीन की दो डोज़ ले ली है उन्हें मास्क पहनने की जरूरत नहीं है. हालांकि एडवाइजरी में ये भी कहा गया कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट जैसे कि बस, ट्रेन और हवाई जहाज में दो डोज़ की वैक्सीन लगाने के बाद भी लोगों को मास्क लगाना अनिवार्य है.
चीन
चीन में ही कोरोना का सबसे पहला मामला मिला था. और चीन ने ही सबसे पहले कोरोना को हरा कर लोगों को मास्क न पहने की आज़ादी दिला दी. हालांकि अब भी ही लोगों को ऐसी जगह मास्क लगाने के लिए कहा जाता है जो हवादार नहीं है. इसके अलावा यहां हॉस्पिटल और पब्लिक ट्रांसपोर्ट में मास्क पहनना अनिवार्य है.
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न्यूज़ीलैंड
पिछले एक साल से प्रधान मंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने कोविड -19 महामारी के खिलाफ शानदार काम किया है. उनकी हर जगह तारीफ हो रही है. अब यहां मास्क लगाना जरूरी नहीं है. न्यूज़ीलैंड में पिछले दिनों सिर्फ 2,658 कोविड -19 मामले और 26 मौतें दर्ज की गई थी. कुछ दिन पहले ही ऑकलैंड में एक कॉन्सर्ट का आयोजन किया गया था, जिसमें बिना सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के करीब 50,000 लोगों ने हिस्सा लिया था.
इजराइल
इस साल अप्रैल से ही देश को कोरोना फ्री घोषित कर दिया गया. अब तक यहां 70 फीसदी लोगों को वैक्सीन लग गई है. अब यहां मास्क पहनना जरुरी नहीं है. 24 अप्रैल के बाद यहां कोरोना का कोई नया मामला सामने नहीं आया है.
भूटान
भूटान की सीमा भारत और चीन से लगी है. इसके बावजूद यहां कोरोना के चलते लॉकडाउन नहीं लगाया गया. यहां 90 फीसदी लोगों को वैक्सीन लग गई है. भूटान में कोरोना से सिर्फ 1 मौत हुई. जबकि यहां कोरोना के महज 1309 मामले सामने आए.
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होआई
यहां भी मस्क पहनना जरूरी नहीं है. करीब 57 फीसदी लोगों को वैक्सीन की कम से कम एक डोज़ लग गई है. यहां खेल के मैदान भी खोल दिए गए हैं.
HIGHLIGHTS
- भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पड़ी धीमी
- फिर भी तीसरी लहर का आशंका सता रही सभी को
- कई देशों में लोगों को मास्क से मिल गई आजादी