भारत (India) ने अफगानिस्तान (Afghanistan) की स्थिति पर एक बैठक बुलाई है. इस बैठक में पाकिस्तान (Pakistan) को भी शामिल होने को कहा गया था. पाकिस्तान ने भारत की बुलाई बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया है. आपको बता दें कि पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) मोईद यूसुफ (Moeed Yusuf) ने कहा कि वह भारत के अफगानिस्तान पर आयोजित की जाने वाली बैठक में शामिल नहीं होंगे. इतना ही नहीं उन्होंने भारत के खिलाफ जहर उगलते हुए बैठक को अफगानिस्तान की स्थिति बिगाड़ने वाला तक बता दिया. पाकिस्तान के सुरक्षा सलाहकार ने भारत की बैठक पर उस वक्त इनकार किया जब वो पाकिस्तान और उज्बेकिस्तान के संयुक्त सुरक्षा आयोग की स्थापना पर एक प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर कर रहे थे.
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पाकिस्तान और उज्बेकिस्तान के संयुक्त सुरक्षा आयोग की स्थापना पर एक प्रोटोकॉल पर दस्तखत होने के बाद मोईद यूसुफ से भारत यात्रा के बारे में सवाल पूछा गया. सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं नहीं जाऊंगा, एक बिगाड़ने वाला शांतिदूत नहीं हो सकता.
इसके बाद उन्होंने हर बार की तरह मौका देखकर एक बार फिर कश्मीर राग छेड़ दिया. उन्होंने कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन और राज्य प्रायोजित आतंकवाद का झूठा आरोप भी लगाया. साथ ही साथ उन्होंने भारत पर विस्तारवादी दृष्टिकोण रखने का आरोप लगाते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चुप्पी पर भी सवाल उठाया.
इसके बाद उनसे सवाल किया गया कि पाकिस्तान की शांति और प्रगति में कौन सी बाधाएं हैं? इसपर उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि क्षेत्र की बाधाएं आपके सामने हैं, इस पर बहस की कोई जरूरत नहीं है. एक तरफ भारत है दुर्भाग्य से वहां की सरकार का व्यवहार और विचारधारा, मैं यह नहीं देखता कि यह शांति प्रक्रिया कैसे आगे बढ़ेगी.
आपको बता दें कि भारत ने नवंबर में अफगानिस्तान की स्थिति को लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों (NSA) की एक बड़ी बैठक बुलाई है. इस बैठक में कई अन्य देशों के साथ रूस और पाकिस्तान को भी न्योता दिया गया था. पाकिस्तानी एनएसए ने इसी बैठक में शामिल होने से इनकार किया है. इस बैठक की अध्यक्षता भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल (Ajeet Doval) करेंगे.
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कहा जा रहा है कि इस क्षेत्रीय सम्मेलन में चीन (China),ईरान (Iran),तजाकिस्तान (Tajikistan)और उज्बेकिस्तान (Uzbekistan) को भी शामिल होने के लिए न्योता भेजा गया है. भारत की तरफ से आयोजित इस बैठक में अफगानिस्तान में मानवीय संकट के मसलों पर बातचीत होगी. इसके अलावा कई सुरक्षा मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जिन देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों (NSA) को आमंत्रित किया गया है, उन्हें पहले ही भारत से इनविटेशन मिल चुका है. आपको बता दें कि इस कॉन्फ्रेंस में तालिबान (Taliban) को न्योता नहीं दिया गया है. यह बैठक नवंबर के दूसरे सप्ताह में आयोजित होना है.