पाकिस्तान के एक प्रमुख समाचार पत्र ने भारत और पाकिस्तान को जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर तनाव कम करने के लिए बातचीत करने की सलाह दी है। पाकिस्तानी समाचार पत्र डॉन ने अपने संपादकीय में लिखा है, 'अाख़िरकार पाकिस्तान-भारत को अपनी समस्याएं खुद सुलझानी होंगी। इसके लिए बातचीत ही एकमात्र रास्ता है, जिसपर दोनों पक्षों को विचार करना होगा।'
समाचार पत्र ने कहा कि भारत की तरफ से गोलीबारी से पाकिस्तान की तरफ हताहत होने वालों की संख्या भारत द्वारा हिंसा में अनुचित वृद्धि को दर्शाता है।
संपादकीय में पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक द्वारा अपने भारतीय समकक्ष को दी गई उस चेतावनी को भी उद्धृत किया गया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान नियंत्रण रेखा पर भारतीय सुरक्षाबलों की आपूर्ति लाइन को बाधित करने पर विचार कर सकता है।
समाचार पत्र ने कहा, 'पाकिस्तान की असामान्य चेतावनी भारत को यह संकेत देने का प्रयास है कि वह हिंसा के क्षेत्र में खतरे के निशान के करीब आ गया है, जो इस साल नियंत्रण रेखा पर चिंता करने वाली बात है।'
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डॉन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जम्मू एवं कश्मीर में जारी अशांति के लिए बाहरी कारकों को जिम्मेदार ठहराने का आरोप लगाया।
समाचार पत्र ने कहा, 'दोनों पक्षों के बीच उच्चस्तरीय राजनीतिक तथा कूटनीतिक संपर्क ही समझदार दृष्टिकोण होगा।'
डॉन ने कहा, 'दोनों देशों के बीच एक साहसिक राजनीतिक बयान हालिया हिंसा को खत्म करने की दिशा में कदम हो सकता है और दोनों पक्षों को वार्ता की मेज पर लाने में मददगार होगा।'
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Source : News Nation Bureau