India stands forever for humanity : भारत ने तमाम मतभेदों के बावजूद तुर्किये में आए भूकंप में सबसे आगे बढ़कर मदद की है. भारत ने एनडीआरएफ की बड़ी टीमें भेजी हैं, ताकि मुसीबत में फंसे लोगों को निकाला जा सके. भारत ने तुर्किये की मदद के लिए 'ऑपरेशन दोस्त' चलाया है, क्योंकि भारत हमेशा 'वसुधैव कुटुंबकम' की भावना के तहत ही पूरी दुनिया को देखता है. कुछ यही कहना है भारत के विदेश मामलों के मंत्रालय के मंत्री एस जयशंकर ( External Affairs Minister S Jaishankar ) का. उनसे जब पत्रकारों ने पूछा कि तुर्किये तो हर वैश्विक मंच पर भारत की खिलाफत करता है. इसके बावजूद भूकंप आने पर भारत दुनिया में तुर्किये की मदद सबसे पहले क्यों खड़ा हो गया.
मानवता की मदद सबसे अहम मुद्दा
विदेश मंत्री एस जयशंकर ( External Affairs Minister S Jaishankar ) ने कहा कि हम हर दिन जीवन में उतार और चढ़ाव देखते हैं. वैश्विक परिस्थितियां भी हर दिन बदलती रहती हैं. लेकिन भारत के सभी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध हैं. जिन देशों ने हमसे जानबूझकर दुश्मनी मोल ली है, हम उन्हें भी नहीं छेड़ते. क्योंकि हमारी पॉलिसी वसुधैव कुटुंबकम की है. हम हमेशा मानवता की रक्षा के लिए आगे बढ़कर मदद करते हैं. बता दें कि भूकंप की सूचना के बाद भारत दुनिया का पहला ऐसा देश बना था, जिसने तुर्किये और सीरिया की मदद के लिए भारत की एलीट फोर्स भेजी.
ये भी पढ़ें : Turkey Earthquake: तुर्किये में भूकंप से मची तबाही के बीच भारत के 10 नागरिक फंसे
मरने वालों की संख्या बढ़कर 11200 के पार
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक तुर्किये और सीरिया में भूकंप की वजह से मरने वालों की संख्या 11200 के पार पहुंच चुकी है. इस विनाशकारी भूकंप से 2 करोड़ से ज्यादा की आबादी प्रभावित हुई है. वहीं भारत ने राहत एवं बचाव अभियान में शामिल होने के लिए अपने 6 हवाई जहाजों से राहत-बचाव कर्मी भेजे हैं. एनडीआरएफ के ये जवान आपदा प्रभावित इलाकों में ऑपरेशन चलाने और लोगों की जिंदगियां बचाने में माहिर माने जाते हैं.
HIGHLIGHTS
- भारत मानवता की मदद के लिए हमेशा तत्पर
- राजनीतिक संबंधों की हम नहीं करते परवाह
- इंसानियत की मदद के लिए भारत ने भेजी अपनी टीम