अगस्त माह का पहला दिन भारत के लिए उपलब्धियों भरा होगा. कल से एक महीने के लिए भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की कमान संभालेगा. इस महीने के दौरान भारत समुद्री सुरक्षा, शांति स्थापना की कवायद और आतंकवाद पर कड़ा प्रहार करने की विस्तृत भूमिका तैयार करेगा. सुरक्षा परिषद के एक अस्थायी सदस्य के रूप में भारत का दो साल का कार्यकाल 1 जनवरी, 2021 को शुरू हुआ. यह सुरक्षा परिषद के गैर स्थायी सदस्य के तौर पर 2021-22 कार्यकाल के दौरान भारत की पहली अध्यक्षता है. भारत अगले साल दिसंबर में फिर से सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करेगा.
भारत का पहला कार्यदिवस होगा सोमवार को
महासभा अध्यक्ष के कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक भारत के राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने यूएन महासभा प्रमुख को भारत की अध्यक्षता के दौरान होने वाली मुख्य गतिविधियों से अवगत कराया है. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने अध्यक्षता संभालने की पूर्व संध्या पर एक वीडियो संदेश में कहा कि जब हम अगस्त में अपना 75 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं, उसी महीने सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करना हमारे लिए एक सम्मान की बात है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बतौर अध्यक्ष भारत का पहला कार्य दिवस सोमवार यानी 2 अगस्त होगा. तिरुमूर्ति संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में महीने भर के लिए परिषद के कार्य को लेकर कार्यक्रम पर प्रेस वार्ता करेंगे.
यह भी पढ़ेंः 12वें दौर की भारत चीन सैन्य वार्ता, एजेंडे में क्या है?
1 जनवरी से शुरू हुआ दो साल का कार्यकाल
संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी एक कार्यक्रम के अनुसार, तिरुमूर्ति संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों के लिए एक ब्रीफिंग भी प्रदान करेंगे, जो महीने के लिए परिषद के गैर-सदस्य हैं. बता दें कि सुरक्षा परिषद के एक अस्थायी सदस्य के रूप में भारत का दो साल का कार्यकाल 1 जनवरी, 2021 को शुरू हुआ. यह सुरक्षा परिषद के गैर स्थायी सदस्य के तौर पर 2021-22 कार्यकाल के दौरान भारत की पहली अध्यक्षता है. भारत अगले साल दिसंबर में फिर से सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करेगा.
यह भी पढ़ेंः भारत में पिछले 24 घंटों में 41,649 नए कोरोना केस, 593 की हुई मौत
इन पर रहेगा ध्यान भारत का
अपनी अध्यक्षता के दौरान भारत समुद्री सुरक्षा, शांति रक्षा और आतंकवाद को रोकने जैसे विषयों पर ध्यान देगा तथा इन मुद्दों पर उच्च स्तरीय कार्यक्रमों की अध्यक्षता करेगा और ठोस रणनीति बनाने पर जोर देगा. तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत परिषद के भीतर और बाहर दोनों जगह आतंकवाद से लड़ने पर जोर देता रहा है. हमने आतंकवाद से लड़ने के प्रयासों को न केवल मजबूत किया है खासतौर से आतंकवाद के वित्त पोषण को, बल्कि हमने आतंकवाद पर ध्यान को कमजोर करने की कोशिशों को भी रोका है.
HIGHLIGHTS
- अगले साल दिसंबर में फिर से सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता
- 2021-22 कार्यकाल के दौरान भारत की पहली अध्यक्षता
- आतंकवाद पर कड़ा प्रहार करने की विस्तृत भूमिका पर जोर