India-US discussed Chinese spy balloons : अमेरिका ने अपने आसमान में मंडरा रहे चीनी जासूसी गुब्बारे को ढेर कर दिया था. अब इस मुद्दे पर शीर्ष अमेरिकी एयरफोर्स अधिकारी ने कहा है कि अमेरिका ने जासूसी गुब्बारे के मामले में अपने करीबी देशों के साथ बातचीत की थी. जिसमें भारत भी शामिल है. अमेरिकी एयर फोर्स के कमांडर जनरल केनेथ विलबॉश ने भारत में मीडिया से बातचीत में ये बात कही. उन्होंने कहा कि इस मामले में अमेरिकी एयरफोर्स के टॉप लीडर्स ने अपने सहयोगी देशों के टॉप लीडर्स से बातचीत की थी और चीनी जासूसी के प्रति उन्हें आगाह किया था.
भारत अमेरिका का अहम सहयोगी
अमेरिका के पैसिफिक एयर फोर्सेज के कमांडर जनरल केनेथ विलबॉश भारत आए हुए थे. यहां भारतीय और अमेरिकी एयरफोर्स की टुकड़ियों ने साझा सैन्य अभ्यास किया था. इसके बाद वो मीडिया से मुखातिब हो रहे थे. कमांडर जनरल केनेथ विलबॉश ने कहा कि भारत अमेरिका का अहम रक्षा सहयोगी है. इसलिए अमेरिका ने भारत को चीनी जासूसी गुब्बारे की भी जानकारी दी थी.
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भारत में भी जासूसी कर चुका था चीनी गुब्बारा
बता दें कि अमेरिका-कनाडा में देखे जाने से पहले भारत में भी चीनी जासूसी गुब्बारा अपना काम करके वापस जा चुका था. हालांकि तब उस पर बहुत ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया, क्योंकि चीन ने उसे मौसम की जानकारी देने वाले गुब्बारे के तौर पर वर्गीकृत किया था. हालांकि वो बहुत कम समय भारतीय सीमा में रहा था और कोई कदम उठाने से पहले ही वापस लौट गया था. लेकिन कनाडा और फिर अमेरिका में देखे जाने के बाद अमेरिकी एयरफोर्स ने राष्ट्रपति जो बाइडेन के निर्देश पर उसे मिसाइल से गिरा दिया था.
HIGHLIGHTS
- अमेरिका ने मार गिराया था चीन का जासूसी गुब्बारा
- अमेरिकी सैन्य ठिकानों की टोह लेने का था आरोप
- भारत में भी जासूसी कर चुका था चीन का जासूसी गुब्बारा