रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध शुक्रवार को 23वें दिन में प्रवेश कर गया हैं. इस दौरान अमेरिका (America) समेत नाटो गठबंधन जहां यूक्रेन (Ukraine) को रूसी (Russia) सेना से लड़ने के लिए सैन्य साज-ओ-सामान से लैस कर रहा है, वहीं भारत ने संयुक्त राष्ट्र संघ (United Nations) की आपातकालीन बैठक में एक बार फिर रूस-यूक्रेन हमले में आम नागरिकों की मौत और बड़ी संख्या में हो रहे विस्थापन पर चिंता जाहिर की है. संयुक्त राष्ट्र में भारतीय राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने पुरजोर तरीके से कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध में प्रभावित आबादी की मानवीय जरूरतों को पूरा करने की तुरंत आवश्यकत है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने यूक्रेन से तकरीबन 22 हजार 500 नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की है.
भारत ने कई देशों के नागरिकों को सहायता प्रदान की
टीएस तिरुमूर्ति ने संयुक्त राष्ट्र में यह भी कहा कि भारत ने अपने नागरिकों के अलावा 18 अन्य देशों के नागरिकों को भी सहायता दी है. उन्होंने कहा कि भारत यूक्रेन के अधिकारियों और उसके पड़ोसी देशों द्वारा नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने में प्रदान की गई सुविधा की सराहना करता है. उन्होंने कहा कि हम रूस-यूक्रेन में शत्रुता को तत्काल समाप्त करने की अपील दोहराते हैं. हमारे प्रधानमंत्री ने कई मौकों पर इसे कहा है और तत्काल युद्धविराम और बातचीत के कूटनीतिक मार्ग का आह्वान किया है.
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यूक्रेन को जारी है मानवीय सहायता की आपूर्ति
तिरुपति संयुक्त राष्ट्र की आपातकालीन बैठक में अपनी बात रख रहे थे. उन्होंने कहा कि यूक्रेन में सामने आ रहे गंभीर मानवीय क्षति के को ध्यान में रखते हुए आने वाले दिनों में भारत और सहायता आपूर्ति भेजने वाला है. उन्होंने बताया कि हम पहले ही 90 टन से ज्यादा दवाओं और राहत सामग्री समेत तमाम मानवीय वस्तुएं यूक्रेन भेजी गई हैं.
HIGHLIGHTS
- संयुक्त राष्ट्र की आपातकालीन बैठक में भारत ने फिर की शांति की अपील
- आम नागरिकों की मौत और बड़ी संख्या में विस्थापन पर जाहिर की चिंता
- यूक्रेन को भारत ने 90 टन दवाएं और राहत सामग्री भेजी