भारतीय दूतावास ने कतर में रह रहे भारतीयों को सतर्क रहने और अपनी यात्रा योजनाओं में संशोधन के लिए अपने ट्रेवेल एजेंटों से संपर्क करने की सलाह दी है। इस सप्ताह के शुरू में कई खाड़ी के देशों द्वारा कतर से कूटनीतिक संबंध तोड़ लेने के मद्देनजर यह सलाह दी गई है।
यह सलाह बुधवार को जारी की गई। इसमें दूतावास ने कहा है कि संबंधित एयरलाइंस ने उड़ानों में अवरोध के बाद रद्द उड़ानों के लिए धन वापसी की पेशकश की है।
सलाह में कहा गया है, 'भारतीय यात्रियों से इसलिए अपनी यात्रा व्यवस्था में संशोधन के लिए अपने यात्रा प्रदाताओं से संपर्क करने और आगे की घटनाओं के प्रति सतर्क रहने का अनुरोध किया जाता है।'
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इसमें कहा गया, 'भारतीय दूतावास हालात पर नजदीक से नजर रखे है और कतर में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा व रक्षा सुनिश्चित करने के लिए कतर के अधिकारियों के संपर्क में है।'
इसमें कहा गया, 'इस क्षेत्र में ऐसा कुछ नहीं घटित हो रहा जो कतर में रहने वाले लोगों की शारीरिक सुरक्षा के लिए खतरा हो।'
इसमें कहा गया, 'कृपया अपने को नवीनतम खबरों से अपडेट रखें और तथ्यों की पड़ताल किए बगैर अफवाहों पर विश्वास नहीं करें।'
सऊदी अरब, बहरीन, यमन, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र ने कतर पर कथित तौर पर आतंकवाद का समर्थन करने के आरोप लगाने के बाद सोमवार को कतर से अपने कूटनीतिक संबंध तोड़ लिए।
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कतर से कूटनीतिक संबंध तोड़े जाने को कतर और कुछ अरब खाड़ी के देशों के समूह के बीच साल भर से चल रहे विवाद के चरम के तौर पर देखा जा रहा है, जिस समूह की अगुवाई सऊदी अरब कर रहा है।
मालदीव, यमन, मारीशस, मारिटानिया और जॉर्डन ने भी कतर से कूटनीतिक संबंध तोड़ लिए हैं।
भारतीय दूतावास की सलाह के अनुसार, कतर के अधिकारियों ने कहा है कि सामान्य जीवन सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएंगे, जिसमें खाद्य सामानों की आपूर्ति की शामिल है।
कतर में करीब 630,000 प्रवासी भारतीय हैं। कतर भारत को तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है।
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Source : IANS