इंडोनेशिया (Indonesia) में शनिवार को हादसे का शिकार हुए विमान को बचावकर्मियों ने लगभग खोज निकाला है. रविवार सुबह उन्हें विमान हादसे में मारे गए यात्रियों के अंग, कपड़े और विमान का कुछ मलबा जावा समुद्र से बरामद किया है. गौरतलब है कि इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता से उड़ान भरने के बाद कल एक यात्री विमान लापता (Plane Crash) हो गया था. इस विमान में 10 बच्चे और दर्जन भर क्रू मैंबर्स समेत 62 लोग सवार थे. श्रीविजया एयर बोइंग 737 से जकार्ता से वेस्ट कलिमनतन प्रांत के रास्ते में संपर्क टूट गया और विमान लापता हो गया.
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एक मिनट में 10 हजार फीट नीचे आया विमान
इंडोनेशिया का कोई विमान इस तरह पहली बार लापता नहीं हुआ है. विमान दुर्घटना की यह ताज़ा घटना इंडोनेशिया के लिए मुश्किल सवाल खड़े करेगी, जिसकी एयरलाइन इंडस्ट्री साल 2018 में हुए भीषण विमान हादसे के बाद कड़ी निगरानी से गुजर रही है. इंडोनेशिया की नौसेना को लापता हुए विमान का पता लगाने के लिए तैनात किया गया है. नेशनल सर्च एंड रेस्क्यू एजेंसी के एक अधिकारी बामबैंग सुरयो अजी का कहना है कि हादसे की सटीक जगह का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं. समुद्र की गहराई लगभग 20-23 मीटर है. उन्होंने स्वीकार किया कि समुद्र में एक जगह पर मलबा नज़र आया है. फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट फ्लाइटरडार24.कॉम के मुताबिक, यह विमान एक मिनट से भी कम समय में दस हज़ार फ़ीट नीचे आया. परिवहन मंत्रालय का कहना है कि विमान का पता लगाने के लिए राहत और बचाव दलों को सक्रिय किया गया है.
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पुराने हो चुके हैं विमान
श्रीविजया एयर का कहना है कि वो इस उड़ान के बारे में और अधिक जानकारी जुटा रही है. अधिकारियों का कहना है कि लापता हुए विमान से आख़िरी संपर्क स्थानीय समयानुसार दोपहर 2.40 मिनट पर हुआ था. इंडोनेशिया में कई विमान बहुत पुराने हो चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद उड़ान भर रहे हैं. शनिवार को भी लापता हुआ विमान 26 साल पुराना था. सुरक्षित उड़ानों के मामलों में इंडोनेशिया का रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है. इंडोनेशिया में ऐसे कई विमान अभी भी प्रयोग में लाए जा रहे हैं जो अस्सी और नब्बे के दशक में बने थे.