अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) का कहना है कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव में वह प्रतिद्वंद्वी दल डेमोक्रेट के उम्मीदवार को नुकसान पहुंचाने वाली सूचनाएं चीन और रूस जैसे दूसरे देशों से स्वीकार करेंगे. अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव 2020 में होगा.
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एफे न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने बुधवार को एक टीवी साक्षात्कार में कहा कि वह अभी एक परिकल्पित परिप्रेक्ष्य में कह रहे हैं कि वह अपने प्रतिद्वंद्वी के संबंध में मिली सूचना को सुनेंगे. उन्होंने इस बात से इनकार किया कि यह चुनाव में विदेशी दखल होगा.
ट्रंप ने कहा, "सुनने में कुछ भी गलत नहीं है. अगर कोई किसी देश से, मान लें नार्वे से कॉल करता है कि हमारे पास आपके विरोधी के बारे में सूचना है तो मेरा मानना है कि मैं उसे सुनना चाहूंगा." उन्होंने कहा, "यह दखल नहीं है. उनके पास सूचना है, मेरा मानना है कि मुझे लेनी (सूचना) चाहिए."
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उन्होंने इस स्थिति की तुलना ओपो रिसर्च से की. राजनीतिक शब्दावली में यह आम शब्द है जिसमें ऐसी सूचनाओं का संकलन किया जाता है जिसमें विपक्ष के संबंध में नकरात्मक बातें बताई जाती हैं. उनसे पूछा गया कि जब ऐसा कुछ मिलेगा तो क्या वह फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन (एफबीआई) को अलर्ट करेंगे. इस पर राष्ट्रपति ने कहा, "मुझे नहीं लगता है कि मैंने अपनी पूरी जिंदगी में कभी एफबीआई को कोई कॉल की होगी...मुझे बख्शिए. जिंदगी उस तरह नहीं चलती है."
बात आगे बढ़ाते हुए जब उनको बताया गया कि एफबीआई निदेशक (क्रिस्टोफर रे) ने कहा था कि ऐसी सूचना मिलने पर ब्योरे से संपर्क किया जाना चाहिए तो इस पर ट्रंप ने जवाब में कहा, "एफबीआई निदेशक गलत हैं."