ऐसी खबरें सामने आ रही हैं कि आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी इंफोसिस (Infosys) रूस में अपने सभी दफ्तरों को बंद करेगी। ब्रिटिश मीडिया ने कंपनी के सह-संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति के दामाद ऋषि सुनक पर व्लादिमीर पुतिन के शासन से मुनाफाखोरी का आरोप लगाया है. ऋषि ब्रिटेन के चांसलर हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इंफोसिस अपने मास्को स्थित कर्मियों को दूसरी जगह काम तलाशने के लिए कहा है. इससे पहले इंफोसिस ने स्थानीय उद्यमों के साथ किसी भी सक्रिय व्यावसायिक संबंध से इनकार कर दिया है। कंपनी ने यूक्रेन में युद्ध पीड़ितों के लिए राहत को लेकर 1 मिलियन डॉलर का वादा किया था.
40 करोड़ पाउंड से अधिक का शेयर हैं
गौरतलब है कि ऋषि सुनक का विवाह नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति के साथ हुआ. ऐसा कहा जा रहा है कि अक्षता मूर्ति के पास इंफोसिस के 40 करोड़ पाउंड से ज्यादा के शेयर हैं. हालांकि ऋषि सुनक ने इस रिपोर्ट का खंडन किया है. अक्षता मूर्ति की इंफोसिस में 0.9 प्रतिशत की भागेदारी से ज्यादा का अनुमान है. ऋषि सनक के एक प्रवक्ता ने पहले कहा है कि न तो उनकी और न ही उनके परिवार के किसी भी सदस्य की “कंपनी के ऑपरेशन के फैसलों
में कोई भागीदारी है.
रूस में छह वर्ष से कारोबार
करीब 50 देशों में मौजूद भारत की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक, इंफोसिस ने 2016 में मास्को में एक इंजीनियरिंग केंद्र की स्थापना भी की थी. ऐसा कहा जा रहा है कि वहां 100 लोग काम करते हैं. रूस के यूक्रेन पर आक्रमण से कई आईटी फर्मों ने देश में अपने ऑपरेश को सस्पेड कर दिया. मगर इन्फोसिस ने कहा था कि उनकी एक छोटी टीम वहां काम कर रही है. सुनक और अक्षता मूर्ति की मुलाकात स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में बिजनेस की डिग्री के दौरान हुई थी. उन्होंने 2009 में शादी की और उनके दो बच्चे हैं.
Source : News Nation Bureau