Advertisment

बॉलीवुड का रुमानी हीरो नहीं रहा हमारे बीच, अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने ऐसे जताया शोक

अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने बृहस्पतिवार को ऋषि कपूर (Rishi Kapoor) के निधन पर उन्हें बॉलीवुड का रुमानी हीरो करार देते हुए दुख प्रकट किया और कहा कि वह आधुनिक भारत में दिलों पर राज करने वाले राजकुमार थे.

author-image
nitu pandey
एडिट
New Update
Rishi kapoor

बॉलीवुड का रुमानी हीरो नहीं रहा हमारे बीच( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने बृहस्पतिवार को ऋषि कपूर (Rishi Kapoor) के निधन पर उन्हें बॉलीवुड का रुमानी हीरो करार देते हुए दुख प्रकट किया और कहा कि वह आधुनिक भारत में दिलों पर राज करने वाले राजकुमार थे.  कपूर ने दो साल तक ल्यूकेमिया से संघर्ष करने के बाद मुम्बई में बृहस्पतिवार को 67 साल की उम्र में एक अस्पताल में अंतिम सांस ली. ब्रिटिश मीडिया ने उन्हें बॉलीवुड के रोमांटिक हीरो बताया और ‘बॉबी’ फिल्म में अपनी पहली प्रमुख भूमिका से 1973 में जबर्दस्त उपस्थिति दर्ज करने वाले के रूप में याद किया.

गार्जियन ने लिखा, ‘वह बड़े दिल वालक, मृदु स्वभाव और अपने किरदार से दर्शकों का दिल चुरा लेने वाले थे. उनकी मृत्यु भारतीय सिनेमा के लिए एक और दुखद दिन है.’ बीबीसी ने लिखा उन्होंने दो दशक तक दर्जनों फिल्मों में रोमांटिक भूमिका की और फिर उन्होंने सफल चरित्र भूमिकाओं की सफलतापूर्वक कदम रखा. उसने लिखा, ‘वह कुशल नर्तक थे और उनकी कुछ फिल्मी गानों ऐसे हैं जो आज भी बहुत लोकप्रिय हैं.’

इसे भी पढ़ें:नसीरुद्दीन शाह की तबीयत खराब? सोशल मीडिया पर वायरल खबर की क्या है सच्चाई यहां जानें

बीबीसी ने ऋषि दा को ऐसे याद किया

बीबीसी ने कहा कि कपूर ने विवादास्पद मुद्दों पर टिप्पणी की और कभी कभी तो उनकी सोशल मीडिया पर गर्मागर्म बहस भी हुई. उनका अंतिम ट्वीट लोगों से कोरोना वायरस का मुकाबला कर रहे चिकित्साकर्मियों पर हमला नहीं करने की अपील की थी. उन्होंने लिखा, ‘ हमें मिलकर यह लड़ाई जीतनी है.’

ऋषि कपूर को लेकर न्यूयॉर्क टाइम्स ने कुछ ऐसा लिखा 

ऋषि कपूर को बॉलीवुड के सबसे प्रतिष्ठित परिवारों में एक का बहुत लोकप्रिय अभिनेता बताते हुए न्यूयार्क टाइम्स ने लिखा कि वह रोमांटिक हीरो के रूप में प्रख्यात रहे. रूसी मीडिया ने लिखा कि इन महान अभिनेता-निर्देशक राजकपूर के बेटे और पृथ्वीराज कपूर के पोते ऋषि कपूर ने ‘‘बॉबी’’ फिल्म से 1973 में जोरदार सफलता हासिल की. ऋषि कपूर 1990 तके पेशावर में अपने पैतृक स्थान ‘कपूर हवेली’ गयी थे जहां उनके दादा पृथ्वीराज और उनके पिता राजकपूर पैदा हुए थे.

और पढ़ें:ऋषि कपूर के निधन पर जितेंद्र का छलका दर्द, कहा- मेरे लिए एक भाई से बढ़कर था

कपूर परिवार 1947 में भारत विभाजन के बाद भारत आ गया था. उनके निधन की खबर से पेशावर में लोगों में शोक की लहर दौड़ गयी. कई लोग उनके निधन पर अपना दुख प्रकट करने कपूर हवेली गयी. पेशावर के निवासी परवेज अहमद ने कहा, ‘हमारा ऋषि कपूर से कोई संबंध नहीं था लेकिन फिल्मी हीरो के रूप में उन्हें बचपन से देखने और उनका संबंध मेरी जन्म भूमि से होने के कारण मैं उन्हें पसंद करता हूं.’

पाकिस्तान में भी याद किया गया ऋषि कपूर को 

कई पाकिस्तानी स्टारों ने भी सोशल मीडिया पर उनके निधन पर दुख प्रकट किया. हिना फिल्म से बॉलीवुड में कदम रखने वालीं जेबा बख्तियार ने इंस्टाग्राम पर अभिनेता के साथ अपना फोटो साझा किया. हिना में ऋषि कपूर अहम किरदार में थे. जेबा ने उन्हें अपना मार्गदर्शक, प्रेरणास्रोत और मित्र बताया. पाकिस्तान के पूर्व तेज बल्लेबाज वकार युनूस ने लिखा, ‘‘ दिल टूट गया. विश्व सिनेमा के लिए भयावह सप्ताह. आपके निधन से एक युग का अंत हो गया लेकिन आप हमारे दिलों में बने रहेंगे....’’ पूर्व क्रिकेटर और तेज बल्लेजार शोहेब अख्तर ने लिखा, ‘ ये जिंदगी दर्द भी है, ये जिंदगी दवा भी. दिल तोड़ना ही ना जाने, जाने यहे दिल जोड़ना भी. ऋषिकपूर जी के निधन की खबर से बहुत दुख हुआ. ..’

Rishi Kapoor Rishi Kapoor death
Advertisment
Advertisment
Advertisment