ईरान में हिजाब विरोधी आंदोलन हर गुजरते दिन के साथ हिंसक होता जा रहा है. इस कड़ी में अब हिजाब कानूनों की मुखालफत करने सड़कों पर खुले बाल और पश्चिमी पोशाक पहन कर उतरी 20 साल की हदीस नजाफी की ईरान पुलिस की फायरिंग में मौत हो गई. हदीस के गले, चेहरे और पेट में ईरानी पुलिस की ओर से दागी गई छह गोलियां लगी हैं. इससे इतर एक बड़ी कार्रवाई में ईरान (Iran) पुलिस ने हिजाब कानूनों के विरोध की साजिश रचने और दंगाईयों को भड़काने के आरोप में पूर्वी राष्ट्रपति की बैटी फैजेह हाशमी को गिरफ्तार कर लिया है. इस बीच ईरान सरकार की ओर से जारी आंकड़ों में कहा गया है कि हिजाब (Hijab) कानूनों की आड़ में देश में अराजकता फैला रहे आंदोलनकारियों पर पुलिस की फायरिंग में अब तक 41 लोगों की मौत हुई है. यह अलग बात है कि ओस्लो स्थित ईरान के मानवाधिकार संगठन ने कहा है कि अब तक 76 आंदोलनकारी ईरानी पुलिस की गोलियों के शिकार हुए हैं. कई देशों में ईरान के हिजाब कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन हुए हैं.
दंगाइयों को भड़काने का आरोप है फैजेह पर
ईरान में हिजाब कानूनों का विरोध अब हिंसक हो चुका है. इस कड़ी में मंगलवार देर रात पूर्व राष्ट्रपति अली अकबर हाशमी रफसंजानी की 59 वर्षीय बेटी फैजेह हाशमी को 'दंगाइयों को भड़काने' की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया. फैजेह की गिरफ्तारी इस बात का बड़ा संकेत है कि हिजाब कानूनों के विरोध और आंदोलनकारियों पर पुलिसिया दमन को अब ईरान के हाई-प्रोफाइल लोगों का समर्थन मिलना शुरू हो गया है. हालांकि ईरान पुलिस ने यह साफ नहीं किया है कि फैजेह हाशमी ने किस तरह से हिंसा को भड़काने का काम किया, लेकिन फिलवक्त ईरान में हिजाब आंदोलन को तमाम सेलिब्रेटियों ने भी अपना समर्थन देना शुरू कर दिया है. गौरतलब है कि कुर्द युवती मसहा अमीनी की हिजाब कानूनों के तहत तेहरान में हिरासत में लेने और फिर पुलिस हिरासत में उसकी मौत के बाद 16 सिंतबर से आंदोलन ने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया है.
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फैजेह ईरान सरकार की नीतियों की हैं प्रबल विरोधी
पूर्व सांसद और अली अकबर हाशमी रफसंजानी की बेटी फैजेह हाशमी आमतौर पर लंबी इस्लामिक पोशाक चादर पहने नजर आती हैं. फैजेह इसके पहले 2009 में भी सरकारी नीतियों के खिलाफ आंदोलन करने पर गिरफ्तार की जा चुकी हैं. इस साल भी उन्हें सरकार विरोधी रवैये और इस्लामिक रवायतों के अपमान करने पर गिरफ्तार किया जा चुका है. आरोप था कि फैजेह ने पैगंबर मोहम्मद साहब का अपमान किया है. अब हिजाब कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन में दंगाइयों को भड़काने के आरोप में फैजेह को गिरफ्तार किया है. फैजेह के पिता अली अकबर हाशमी रफसंजानी ईरान के दो बार राष्ट्रपति रहे हैं और 2017 में उनकी मौत हो चुकी है.
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Thread:
— Omid Djalili (@omid9) September 26, 2022
1/. As the death toll rises to 41 today, four women you should know who were deliberately and unlawfully killed in Iran when protesting gender apartheid and the killing of #Masha_Amini:
Hadis Najafi, aged 20, shot six times when security forces opened fire on her. pic.twitter.com/ZjbOTo3Zq3
20 साल की हदीस को पुलिस ने मारी छह गोलियां
फैजेह की गिरफ्तारी के साथ ही ईरान के सोशल मीडिया पर एक 20 साल की खुले बाल और पश्चमी पोशाक पहने हदीस नजाफी का फोटो और वीडियो वायरल हो रहा है. दावा किया जा रहा है कि हिजाब कानूनों का विरोध करने पर हदीस की ईरानी पुलिस ने गोली मार कर हत्या कर दी. हदीस को कुल छह गोलियां लगी हैं. मसहा अमीनी के शव को सुपुर्द-ए-खाक करने के बाद ईरान में बीते दो हफ्तों से हिजाब कानूनों के विरोध में आंदोलन तेज हो गया है. यही नहीं, अब कनाडा समेत कई देशों में ईरानी दूतावास के बाहर भी हिजाब कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन हुए हैं. इसके बाद ईरान सरकार ने इन देशों की सरकारों से इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है.
HIGHLIGHTS
- अली अकबर हाशमी रफसंजानी की बेटी फैजेह दंगा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार
- हिजाब कानूनों का विरोध करने वाली 20 साल की हदीस की पुलिस फायरिंग में मौत
- ईरान में हिजाब कानून विरोधी आंदोलन को मिल रहा हाई प्रोफाइल लोगों का समर्थन